मौजूदा दौर में भारतीय दर्शन वक्त की बड़ी जरूरतः प्रेमचंद अग्रवाल
मौजूदा दौर में भारतीय दर्शन वक्त की बड़ी जरूरतः प्रेमचंद अग्रवाल

मौजूदा दौर में भारतीय दर्शन वक्त की बड़ी जरूरतः प्रेमचंद अग्रवाल

देहरादून, 13 जून (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शनिवार को कहा कि कला और साहित्य क्षेत्र में भारत का अपूर्व योगदान रहा है। यह योगदान हमारी प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता का ज्ञान प्रवाहित करता है। वह संस्कार भारती, उत्तराखंड द्वारा आयोजित ऑनलाइन वेबिनार कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज के युग में भारतीय दर्शन समय की बहुत बड़ी आवश्यकता है। भारत के ज्ञान दर्शन से ही हम मानव मूल्यों को अच्छी तरीके से समझ सकते हैं। एक अच्छे संसार की कल्पना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब संपूर्ण विश्व में कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है, ऐसे समय में भारतीय दर्शन बहुत सार्थक सिद्ध हो सकता है। कोरोना के कारण आज प्रत्यक्ष रूप से कहीं भी कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं परंतु वेबिनार के माध्यम से एक-दूसरे के विचारों को समझने व सुनने का अवसर प्राप्त होता है । उन्होंने कहा कि संस्कार भारती समय-समय पर कला व कलाकारों के माध्यम से भारतीय दर्शन को पूरे विश्व में पहुंचा रहा है। उन्होंने संस्कार भारती द्वारा कलाकारों के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की। इस वेबिनार के माध्यम से देश-विदेश के कला से जुड़े हुए अनेक लोग लोगों ने प्रतिभाग किया । वेबिनार के दौरान एमकेपी कॉलेज देहरादून के प्राचार्य डॉ. रेखा खरे, कार्यक्रम संयोजक डॉ. ऋचा कांबोज, उत्तराखंड विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. सुधा पांडे, प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी, राम निरंजन, डीएस बिष्ट, शेखर जोशी, संस्कार भारती के अध्यक्ष सतीश माथुर, सविता कपूर, संगठन मंत्री रोशन लाल अग्रवाल सहित विभिन्न क्षेत्रों केअनेक गण्यमान्य लोगों ने प्रतिभाग किया। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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