उप्र : गोंडा में सामने आई असली अनामिका शुक्ला, कहा-उसके शैक्षिक अभिलेखों का हुआ दुरुपयोग
उप्र : गोंडा में सामने आई असली अनामिका शुक्ला, कहा-उसके शैक्षिक अभिलेखों का हुआ दुरुपयोग

उप्र : गोंडा में सामने आई असली अनामिका शुक्ला, कहा-उसके शैक्षिक अभिलेखों का हुआ दुरुपयोग

गोंडा, 09 जून (हि.स.) बहुचर्चित शिक्षिका अनामिका शुक्ला के नाम से उत्तर प्रदेश के 25 जनपदों में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी कर रही सुप्रिया सिंह के फर्जीवाड़े की पोल तब खुल गई। सुप्रिया सिंह को कासगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में लिया गया है। फर्जी शिक्षिका सुप्रिया सिंह मूलतः फर्रुखाबाद जनपद के लखनपुर की निवासी बताई जा रही है। यह महिला गोंडा जनपद के अनामिका शुक्ला के शैक्षिक अभिलेखों पर फर्जी तरीके से प्रदेश के 25 जनपदों में नौकरी कर रही थी। मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद अनामिका शुक्ला को इस बात का पता चला तो उनके होश उड़ गए। यह बेरोजगार महिला मंगलवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति के सामने अपने समस्त मूल अभिलेखों के साथ प्रस्तुत हुई। अनामिका शुक्ला मूलता गोंडा जनपद के रुपईडीह विकासखंड के ग्राम पंचायत भूलईडीह की रहने वाली है। उसने बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा को दिए गए शपथ पत्र में कहा है कि उसने हाई स्कूल की परीक्षा वर्ष 2007 में कस्तूरबा बालिका इंटर कॉलेज रेलवे कॉलोनी, इंटरमीडिएट की परीक्षा वर्ष 2009 में बेनी माधव जंग बहादुर इंटर कॉलेज परसपुर व वर्ष 2012 में स्नातक रघुकुल महिला विद्यापीठ सिविल लाइन गोंडा से किया था। इसके बाद बीएड की परीक्षा वर्ष 2014 में आदर्श कन्या स्नाकोत्तर महाविद्यालय अंबेडकर नगर से उत्तीर्ण करने के बाद अध्यापक पात्रता परीक्षा 2015 में पास कर वर्ष 2017 में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में विज्ञान के अध्यापिका के लिए जनपद सुल्तानपुर जौनपुर बस्ती मिर्जापुर लखनऊ में आवेदन किया था। लेकिन किसी कारण बस काउंसलिंग में अनामिका नहीं पहुंच सकी। जिससे इनका चयन नहीं हुआ। अनामिका ने बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति को दिए गए बयान में कहा है कि काउंसलिंग में मेरे ना पहुंचने के कारण मेरे स्थान पर दूसरे अभ्यर्थी की नियुक्ति कर मेरे अभिलेखों का दुरुपयोग किया गया। फर्जीवाड़े की खबर मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद जब अनामिका शुक्ला को पता चला तो वह अपने समस्त अभिलेख लेकर सीधे बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच गई और वहां पर सारी बात बताई। फिलहाल बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर अनामिका शुक्ला ने नगर कोतवाली में फर्जी लोगों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि गोंडा जनपद की अनामिका शुक्ला अपने सभी शैक्षिक अभिलेख लेकर मेरे समक्ष उपस्थित हुई हैं। गत पांच दिनों से मीडिया की सुर्खियों में यह प्रकरण चल रहा था, जिसका आज पटाक्षेप हो गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अनामिका शुक्ला के अभिलेखों का दुरुपयोग किया गया है। वास्तव में जानकारी अनामिका शुक्ला को नहीं थी। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि जब तक किसी अध्यापक का पूर्णतया: सत्यापन ना हो जाए तब तक उसे वेतन ना दिया जाए। सत्यापन के बाद ही वेतन दिया जाए। तभी ऐसे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/महेन्द्र/दीपक-hindusthansamachar.in

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