चारधाम यात्राः सावन शुरू होते ही केदारनाथ और गंगोत्री के दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा
चारधाम यात्राः सावन शुरू होते ही केदारनाथ और गंगोत्री के दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा

चारधाम यात्राः सावन शुरू होते ही केदारनाथ और गंगोत्री के दर्शनार्थियों की संख्या में इजाफा

- देवस्थानम बोर्ड ने 6ठे दिन 510 ई -पास किए जारी - इस सप्ताह पांच हजार से अधिक ई-पास जारी हुए देहरादून, 06 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड द्वारा प्रदेश के लोगों के लिए शुरू की गई चार धाम यात्रा के छठे दिन शाम तक उत्तराखंड देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट (www.badrinath-kedarnath.gov.in) से 510 लोगों ने चार धाम के लिए ई-पास बुक कराये हैं। इसमें श्री बदरीनाथ धाम के लिए 195, श्री केदारनाथ धाम के लिए 232, श्री गंगोत्री हेतु 53 और श्री यमुनोत्री धाम हेतु 30 लोगों ने ई पास बुक कराये हैं। आज सावन माह शुरू होते ही श्री केदारनाथ एवं श्री गंगोत्री के लिए ई पास की संख्या में वृद्धि हुई है। उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटाइजेशन के पश्चात ही मंदिरों में तीर्थ यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा है। मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है। यात्रा मार्ग पर देवस्थानम बोर्ड के यात्री विश्राम गृहों को तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु खोला जा चुका है। तीर्थयात्रियों से अपेक्षा की जा रही है कि अति आवश्यक होने पर ही धामों में रुकें। यह कोशिश रहे कि दर्शन के पश्चात तीर्थ यात्री निकटवर्ती स्टेशनों तक वापस आ जायें। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि चारों धामों में धीरे-धीरे तीर्थ यात्रियों की आमद हो ताकि पर्यटन एवं तीर्थाटन को गति मिल सके।अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड द्वारा एक जुलाई से 6 जुलाई शाम पांच बजे तक 5078 ई-पास जारी किये जा चुके हैं। ई-पास तीर्थ यात्रियों को उनके द्वारा सुझाई गयी तिथियों के लिए जारी किये गये हैं। मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि तीर्थ यात्रियों में तीर्थ यात्रा के प्रति काफी उत्साह है। ई पास के प्रचार-प्रसार हेतु एप, वीडियो, यू ट्यूब, वाट्सएप, फेस बुक आदि से भी जानकारी साझा की जा रही है। पोर्टल प्रभारी संजय चमोली के अनुसार ई-पास के लिए श्रद्धालुओं द्वारा लगातार संपर्क किया जा रहा है तथा यात्रियों का उचित मार्गदर्शन किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/सुनीत-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in