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कोविड प्रोटोकाल के बीच कुशीनगर में लैंड करेगा श्रीलंका का विमान

- इस विमान से 180 सदस्यीय बौद्ध प्रतिनिधिमंडल आएगा कुशीनगर, 16 अप्रैल (हि.स.)। कोविड प्रोटोकाल के बीच कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर श्रीलंका के एयरबस ए-320 को लैंड कराने की तैयारी शुरू हो गई है। इस विमान से 180 सदस्यीय बौद्ध प्रतिनिधिमण्डल आ रहा है। विमान के आने की सम्भावित तिथि 26-27 अप्रैल बताई जा रही है। लैंडिंग को लेकर एयरपोर्ट अधिकारियों ने कस्टम व सुरक्षा अधिकारियों को एलर्ट कर दिया है। नवनिर्मित एयरपोर्ट का कार्य पूरा होने के साथ ही श्रीलंका की फ्लाइट आने की चर्चा शुरू से रही है किंतु कोविड-19 के कारण इंटरनेशनल उड़ानों में अधिकतम पाबंदी के चलते लैंडिंग टलती रही। दरअसल, श्रीलंका की फ्लाइट लैंडिंग कराने की पृष्ठभूमि प्रधानमंत्री कार्यालय ने तैयार की है। 10 अगस्त 2020 को कोलंबो में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से कुशीनगर से पहली अन्तरराष्ट्रीय उड़ान संचालित करने का प्रस्ताव सौंपा था। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व राज्य सरकार सक्रिय हो गई। आनन-फानन में युद्धस्तर पर कार्य कर वैकल्पिक टर्मिनल बिल्डिंग, वैकल्पिक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) भी तैयार कर ली गई। राज्य सरकार ने सुरक्षा प्रबंधन से लेकर अन्य जरूरी कार्यों में ताकत झोंक दी। वर्तमान में एयरपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल बिल्डिंग सहित सैलानियों के स्वागत को तैयार है। कुशीनगर से बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बनी (नेपाल), बाल्यकाल के स्थल कपिलवस्तु व श्रावस्ती, संकिसा, कौशाम्बी, सारनाथ नजदीक है। इन महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन सैलानी आसानी से कर सकेंगे। लैंडिंग को पूरी तरह तैयार है एयरपोर्ट एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि एयरपोर्ट पूरी तरह लैंडिंग व टेकऑफ को तैयार है। कस्टम, इमिग्रेशन, सुरक्षा आदि को लेकर कवायद चल रही है। कोविड प्रोटोकाल के तहत व्यवस्थाएं की जा रही है। श्रीलंका से विमान आने की तिथि पर चर्चा चल रही है। सीनियर सिटीजन के लिए वरदान प्रमुख होटल उद्यमी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि श्रीलंका के सैलानियों की बौद्ध सर्किट की वैकल्पिक मार्ग से उबाऊ व थकान भरी होने के साथ खर्चीली भी होती है। समय की अधिकता के कारण श्रीलंका के राजनयिक व अनेक महत्वपूर्ण लोग आना चाहते हुए भी मन मसोस कर रह जाते हैं। श्रीलंकाई उड़ान न केवल यात्रा को सुगम बनायेगी बल्कि सीनियर सिटीजन के लिए वरदान होगी। हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल/सुनीत

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