मुख्यमंत्री योगी बोले, कोरोना काल ने दुनिया को याद दिलाई औषधीय वृक्षों की महत्ता
मुख्यमंत्री योगी बोले, कोरोना काल ने दुनिया को याद दिलाई औषधीय वृक्षों की महत्ता

मुख्यमंत्री योगी बोले, कोरोना काल ने दुनिया को याद दिलाई औषधीय वृक्षों की महत्ता

लखनऊ, 05 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां कहा कि कोरोना काल ने पूरी दुनिया को औषधीय वृक्षों की महत्ता याद दिला दी है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए लोग भारत के पारंपरिक ज्ञान आयुर्वेद की शरण में आए तो उन्हें औषधीय प्रजातियों की वनस्पतियों के अचूक गुणों का अहसास हुआ। मुख्यमंत्री योगी ने आज राजधानी लखनऊ से पूरे प्रदेश में मिशन वृक्षारोपण-2020 का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने लखनऊ के कुकरैल वन क्षेत्र में हरिशंकरी का पौधा भी रोपा। ज्ञातव्य है कि पीपल, बरगद व पाकड़ के सम्मिलित रोपण को हरिशंकरी कहते हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर कहा कि भारत के श्रेष्ठ ज्ञान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए आयोजित किए जाने वाले गुरु पूर्णिमा पर्व के साथ वन महोत्सव का यह अद्भुत वृक्षारोपण महासंगम आज 25 करोड़ पौधे रोपने के लक्ष्य के साथ प्रारंभ हुआ है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके ही जीव सृष्टि को संरक्षित किया जा सकता है। जनसहभागिता के माध्यम से ही वृक्षारोपण जैसे वृहद कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश का ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए संकल्पित है। योगी ने कहा कि आज की तिथि का विशेष महत्व है। भारत के ज्ञान की परम्परा के प्रतीक भगवान वेदव्यास की आज जन्मतिथि भी है। व्यास पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण मिशन के अन्तर्गत व्यापक जनसहभागिता एवं अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से प्रदेश में एक दिन में 25 करोड़ से अधिक औषधीय, फलदार, पर्यावरणीय, छायादार, चारा औद्योगिक व प्रकाष्ठ की दृष्टि से महत्वपूर्ण 201 से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत वृक्षारोपण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि इम्युनिटी पावर को बढ़ाकर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। उन्होंने भारत के आयुर्वेद का जिक्र करते हुए कहा कि अनेक ऐसी औषधीय वनस्पतियां हैं, जिनका काढ़ा पीने से हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से वृक्षारोपण कार्यक्रम को एक नई गति प्राप्त हुई है। जल संरक्षण में भी वृक्षारोपण का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 30 लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं। इन आवासों में सहजन के पौधे को रोपित करने का कार्य किया गया है। उन्होंने सहजन के महत्व को बताते हुए कहा कि इसकी फली का सेवन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भूमि दुनिया की सबसे अधिक उपजाऊ भूमि है, यहां सिंचाई के अच्छे स्रोत भी हैं। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे डेढ़ करोड़ पौधे रोपित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में क्रमशः 05 करोड़, 11 करोड़ तथा 22 करोड़ वृक्ष लगाए गए हैं। इस वर्ष एक ही दिन में 25 करोड़ वृक्ष लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षों को जियो टैग भी किया जा रहा है। योगी ने कहा कि ‘मिशन वृक्षारोपण-2020’ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सहित 26 राजकीय विभागों तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, व्यापारियों आदि के योगदान से सम्पन्न किया जा रहा है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में वन विभाग नित नए लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। प्रमुख सचिव वन सुधीर गर्ग ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने ‘वनस्पति वैविध्य महाअभियान-2020’ पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी सहित वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/ पीएन द्विवेदी/राजेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in