कानपुर के पहला निजी अस्पताल 'जीटीबी' बना कोविड सेन्टर
- कोरोना मरीजों की सेवाएं देने को तैयार हुआ प्रबंधन, जिलाधिकारी को दी सहमति कानपुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर महानगर में दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन भी चिंतित है। प्रशासन ने बीते दिनों निजी अस्पतालों से अनुरोध किया था कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार हो जाएं। जिला अधिकारी के अनुरोध पर गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल ने सारी तैयारियां कर कोरोना वायरस मरीजों का इलाज करने को तैयार हो गया है और जिलाधिकारी को सहमति प्रदान कर दी है। जनपद में अप्रैल माह की शुरुआत से कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से शहरवासियों के बीच पांव पसार रही है लगातार कोरोना मरीजों में हो रही वृद्धि को लेकर स्वास्थ्य विभाग पशोपेश में है। इसको देखते हुए जिला अधिकारी आलोक तिवारी ने तीन दिन पहले शहर के पांच निजी अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ बैठक की थी। जिलाधिकारी ने आग्रह किया था कि इस महामारी की रोकथाम के लिए आप सभी लोग आगे हैं आएं। इसके साथ ही यह भी कहा था कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार इलाज करने के लिए तैयारियां कर लें। तीन दिन बाद लाजपत नगर स्थित जीटीबी अस्पताल के प्रबंधन ने तैयारियां करते हुए जिलाधिकारी को सहमति प्रदान कर दी। अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टर दीपक श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि जिलाधिकारी की ओर से जो गाइडलाइन दी गई थी उसके अनुसार सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हमारे यहां 60 बेड का इंतजाम है, जिसमें 20 बेड आइसीयू और एचडीयू के लिए है और 40 बेड आइसोलेशन के लिए रखे गए है। अब अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। साथ ही यह भी बताया कि एडमिशन नगर निगम के टोल फ्री नंबर 18001805159 पर कोविड कंट्रोल रूम के माध्यम से होगा। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद