कोविड-19 : बीमारी बढ़ी तो पुख्ता होती गयी तैयारी
गोरखपुर, 17 मई (हि.स.)। गोरखपुर में जैसे-जैसे कोविड-19 का कहर बढ़ता गया, वैसे-वैसे इससे निपटने की तैयारियां भी पुख्ता होती गईं। यह न सिर्फ सरकार की दृढ़-इच्छाशक्ति को दर्शाने वाला है, बल्कि जिला प्रशासन की सक्रियता भी देखने को मिली है। जिला प्रशासन की सक्रियता से ही रिकार्ड समय में सरकार की मंशा को धरातल पर उतारा जा सका है। विशेषज्ञों की मानें तो कोविड-19 की दूसरे लहर में संक्रमण की रफ्तार पहली लहर से 30 से 50 गुना अधिक रही। इसकी गवाही आंकड़े भी दे रहे हैं। पहली लहर में जिले में एक दिन में सर्वाधिक संक्रमित 420 मिले थे, जबकि दूसरी लहर में एक दिन में 1440 लोग (25 अप्रैल) मिले। यह दूसरी लहर की गंभीरता को दर्शाता है। इधर, सरकारी मंशा के मुताबिक दूसरी लहर में महज डेढ़ माह में कोविड मरीजों के लिए रिकार्ड बेड की सुविधा तैयार कर ली गई। बेड क्षमता को 900 से 2100 कर दी गई। इसमें जिला प्रशासन की सक्रिय भागीदारी रही। सरकारी मंशा के अनुरूप सबकुछ धरातल पर उतारा गया। 900 से 2100 हुई बेड सुविधा कोविड के सेकेंड वेव की शुरुआत यानी अप्रैल के पहले सप्ताह में गोरखपुर स्थित बीआरडी के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 500 बेड थे। इसके अलावा शहर के 10 निजी अस्पतालों में करीब 400 बेड पर संक्रमितों के इलाज की सुविधा थी। लेकिन अब कोविड संक्रमितों के इलाज के लिए 47 अस्पतालों में 2100 से अधिक बेड उपलब्ध हैं। इन्हें धरातल पर उतारने में जिला प्रशासन की सक्रिय भागीदारी रही है। 700 से अधिक बेड उपलब्ध कराने की चल रही मुहिम सीएम योगी के आदेश पर कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए गोरखपुर में डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। जल्दी ही जिले में कोविड मरीजों के इलाज को 700 से अधिक अतिरिक्त बेड उपलब्ध होने की उम्मीद है। विमान निर्माता कंपनी बोइंग के सहयोग से यूपी सरकार एम्स और गोरखनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज में 200-200 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बन रहा है तो वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से 100 बेड का हॉस्पिटल बनने की ओर अग्रसर है। बोले डीएम इस संबंध में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन का कहना है कि कोविड-19 से निपटने की मुहिम हर तरह से चल रही है। सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में कार्य जारी है। बड़हलगंज के होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में 100 बेड, चौरीचौरा सीएचसी पर 50 और हरनही सीएचसी पर 50 बेड का कोविड अस्पताल क्रियाशील करने का कार्य शुरू है। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद