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कोविड संक्रमण रोकने को हो रहे हर संभव प्रयास: मनोज द्विवेदी

अनुपपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। जिले में चिकित्सकों ने पिछले 6 दिन में 319 लोगों की जान बचाई। शेष अन्य लोगों का इलाज बीमारी की गंभीरता के अनुरुप जिला चिकित्सालय, कोविड सेंटरों तथा मरीजों को उनके घरों में आइसोलेट करके किया जा रहा है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एससी राय एवं वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम दिन रात मेहनत कर रहे हैं। संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिये हर संभव तरीके प्रयोग किये जा रहे हैं। यह बात रविवार को भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि देश के अन्य हिस्सों की तरह जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिये बहुत हद तक लोगों में मास्क ना लगाने, सोशल डिस्टेंशिंग नियमों का पालन ना करने और कोरोना के प्रति लापरवाह रवैया को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। आपदा प्रबंध समिति के सुझाव पर सोमवार से शुक्रवार प्रात: 6 से शायं 6 तक बाजार खोलने की छूट दी गयी है, जबकि शुक्रवार की शायं 6 से सोमवार की सुबह 6 तक शर्तों के साथ कोविड कर्फ्यू लगाया गया है। छूट मिलने के बावजूद लोग बीमारी के खतरे को गंभीरता से लेते नहीं दिख रहे। भाजपा नेता ने कहा कि अन्य राज्यों तथा बड़े शहरों से वापस आने वाले लोग ना तो प्रशासन को सूचना दे रहे हैं ना ही समय पर कोविड टेस्ट करवा रहे हैं, जिसके कारण संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसके बावजूद चिकित्सा से जुड़े लोग भीषण संक्रमण के दौर में भी ईलाज और टीकाकरण सहित अन्य चिकित्सकीय व्यवस्था में निरन्तर जुटे हुए हैं। भाजपा नेता ने कहा अनूपपुर जिले में पिछले 3 दिन से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 की सीमा को पार कर रही है। जिले के लिये यह चिंता का विषय है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 6 दिन में कुल 2362 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया, जिसमें 609 लोग पाजिटिव पाए गये। इन्हें घरों में आईसोलेट किया गया या कोविड सेंटर में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। 609 बीमारों में से 319 लोगों का जिले के चिकित्सकों ने इलाज कर उन्हे स्वस्थ करके उनके घरों को रवाना कर दिया गया। साथ ही कहा कि यह एक राहत की खबर है कि कम संसाधनों के बावजूद प्रशासन और चिकित्सकीय दल जांच, इलाज और टीकाकरण का कार्य अपनी पूरी क्षमता से कर रहा है। कोरोना पॉजिटिव्स में भी बड़ी संख्या अनूपपुर, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, जनजातीय विश्व विद्यालय अमरकंटक , राजेन्द्रग्राम, जैतहरी और अमरकंटक नगरीय क्षेत्र से है। लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन की चिंता बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की दर कम कर संक्रमितों को असरदार इलाज के लिए कुछ सुझाव हैं। इसमें संक्रमण की चेन तोडने के लिये सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर मास्क, सोशल डिस्टेंशिंग, सेनेटाईजेशन का नियम सख्ती से लागू करना होगा। इन्हें ना मानने वालों पर मोटा आर्थिक जुर्माना तथा 48 घंटे कोविड सेंटर में श्रमदान का प्रावधान। सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम की अनुमति दें। जिन विभागों के कर्मचारी - अधिकारी घर से काम कर सकते हैं, उन्हे कार्यालय आने की जगह आन लाईन या वर्क एट होम की अनुमति दी जाए। गुरुवार से सोमवार सुबह लाकडाउन आर्थिक गतिविधियों को कम से कम प्रभावित करते हुए वर्तमान व्यवस्था शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह की जगह गुरुवार की शाम से सोमवार की सुबह पूर्ण लाकडाउन या कोरोना कर्फ्यू लागू करके कोरोना चेन को ब्रेक किया जा सकता है। साथ ही वैक्सीनेशन की उम्र कम कर गति को बढ़ा कर इसे 25 वर्ष से ऊपर के लोगों को लगाना होगा। इसके लिये केन्द्र सरकार से अपील की जानी चाहिए। अन्य राज्यों व बड़े शहरों से जिले में आने वालों को वैक्सीनेशन /कोविड टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य करना होगा। जिले में अभी उन्हे ही आने की अनुमति हो जिन्हे या तो टीका लग चुका है या जिनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव हो। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/चंद्र

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