एबीवीपी का 62वां प्रांतीय अधिवेशन 9 और 10 को, दो प्रस्ताव होंगे पारित
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद करेंगे उद्घाटन छात्र हित को लेकर काम करती है परिषद पटना , 08 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार प्रदेश का 62वां प्रांतीय अधिवेशन पटना में 9 और 10 जनवरी को प्रेमचंद्र रंगशाला में होगा। इसका उद्घाटन बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद करेंगे। साथ ही विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी होंगी। विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रांतीय अधिवेशन की शुरुआत 9 तारीख को दोपहर 2:00 बजे होगी और यह कार्यक्रम 10 तारीख को शाम चार बजे समाप्त होगा। इस कार्यक्रम में जिला स्तर के पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें कुल बिहार प्रदेश अध्यक्ष शैलेश्वर प्रसाद, प्रदेश मंत्री लक्ष्मी रानी सहित 200 कार्यकर्ता शामिल होंगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वागत समिति के अध्यक्ष दीपक चौरसिया ने बताया कि परिषद का उद्देश छात्र हित और राष्ट्र हित है। परिषद भारत के व्यापक हित से संबंधित समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाता है। उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित होंगे। अधिवेशन में नई शिक्षा नीति के अलावा सांगठनिक स्तर पर विद्यार्थी परिषद में और मजबूती कैसे आए इस विषय पर चर्चा होगी। उन्होनें बताया कि प्रांतीय अधिवेशन 1989 में बाद एक बार फिर से पटना में होगा यह पाटलिपुत्र के लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद देश का एकमात्र ऐसा परिषद है जो सिर्फ और सिर्फ छात्र हित को लेकर काम करती है। बाकी सारे संगठन राजनीतिक भावना में आकर काम करते हैं। उन्होंने वामपंथी संगठनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन संगठनों के लिए सबसे पहले अपना हित है फिर देश और छात्र हित। अधिवेशन के व्यवस्था प्रमुख सुधांशु ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए अधिवेशन में आने वाले सभी लोगों को सेनीटाइज किया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में विद्यार्थी परिषद की ओर से भीम परिषद की पाठशाला चलाई गई थी। इस पाठशाला का मुख्य उद्देश्य था कि आसपास के युवाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करना। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in