“इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे” पर स्काउट आंदोलन की रेंजर्स ने बालिकाओं से भेदभाव खत्म करने आवाज की बुलंद
“इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे” पर स्काउट आंदोलन की रेंजर्स ने बालिकाओं से भेदभाव खत्म करने आवाज की बुलंद

“इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे” पर स्काउट आंदोलन की रेंजर्स ने बालिकाओं से भेदभाव खत्म करने आवाज की बुलंद

कोरबा, 11 अक्टूबर (हि स) । भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, जिला कोरबा से जुड़ीं ओपन टीम की रेंजर्स एवं सीनियर गाइड्स द्वारा रविवार को “इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे” मनाया गया। कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए संक्षिप्त कार्यक्रम नवदृष्टि प्रशांति वृद्धाश्रम में आयोजित किया गया। इस अवसर पर रेंजर्स ने बालिकाओं को शत प्रतिशत शिक्षित करना, कौशल विकास, स्वास्थ्य व पोषण में भेदभाव खत्म करना, बालिकाओं के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण को समाप्त करना, बालिकाओं की सभी क्षेत्र में रक्षा करना, समाज में बालिकाओं की स्थिति को उभारना जैसे विषयों पर अपनी बातें रखीं। कुछ रेंजर्स ने कविताओं के जरिए भी बालिका वर्ग की समानता के लिए आवाज बुलंद की। इस दौरान मूक अभिनय के माध्यम से बालिका वर्ग की स्थिति को उभारा गया। इस मौके पर रेंजर्स ने चार्ट पेपर्स पर चित्रकारी और स्लोगन तैयार कर इसका प्रदर्शन किया। पूरे कार्यक्रम का संयोजन डीओसी गाइड उत्तरा मानिकपुरी ने किया। एचडब्ल्यूबी रेंजर लीडर शशिकला सोनी व एचडब्ल्यूबी गाइड केप्टिन पुष्पा शांडिल्य ने बालिका दिवस पर अपनी बात रखी। एएलटी स्काउट मास्टर सुरेन्द्र कुमार सोनी ने आयोजन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में रोवर्स व सीनियर स्काउट्स भी सम्मिलित हुए। इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के इस आयोजन में नवदृष्टि प्रशांति वृद्धाश्रम के वरिष्ठ नागरिकों ने भी भागीदारी की। वरिष्ठ नागरिक बालकृष्ण कसेर ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम के संपादन में वृद्धाश्रम के केअरटेकर बीरू यादव ने सहयोग प्रदान किया। हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी-hindusthansamachar.in

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