सिवनीकला सोसायटी में फर्जीवाड़ा, 22 डिसमिल जमीन में  22 एकड़ के बराबर धान
सिवनीकला सोसायटी में फर्जीवाड़ा, 22 डिसमिल जमीन में 22 एकड़ के बराबर धान

सिवनीकला सोसायटी में फर्जीवाड़ा, 22 डिसमिल जमीन में 22 एकड़ के बराबर धान

भुगतान भी फर्जी खाते में आया धमतरी, 16 अक्टूबर ( हि. स.)।सहकारी समिति सिवनीकला में फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां 22 डिसमिल जमीन पर 22 एकड़ धान उत्पादित बताकर खरीदी व बिक्री किया गया है। जिस किसान के नाम पर जमीन है उनकी पहले ही मौत हो चुकी है। मृतक किसान साहेब कुटी सिवनीकला के साहेब हैं। धान की बिक्री उनकी मौत के पहले की गई है। यह मामला सीमांकन के बाद पता चला है। सिवनीकला सोसाइटी में गुरूवार शाम किसानों की बैठक हुई। बैठक में सिवनीकला, बकली, रावनगुड़ा, परसवानी, गोबरा के किसान पहुंचकर पहुंचे। सभी ने सोसायटी में हुए फर्जीवाड़ा के बारे में विरोध जताया। सिवनीकला के किसान टकेश्वर चन्द्राकर, सुशील साहू, विक्रम साहू, टेकराम साहू और दिलेश्वर साहू ने सोसाइटी में आवेदन पेश कर सिवनीकला के मननदास के नाम पर बिकी धान का ब्यौरा मांगा। सीमांकन के दौरान मननदास के नाम पर मात्र 22 डिसमिल जमीन ही होने की बात सामने आई तो मननदास के नाम पर 22 एकड़ का धान कैसे बिक गया। पड़ताल करने पांच किसान भिड़ गए। सीमांकन के बाद रिकार्ड खुला। आनलाईन रिकार्ड में फर्जीवाड़ा हुआ है। इस फर्जीवाड़ा में चपरासी से लेकर सहायक समिति प्रबंधक तक लिप्त है। किसानों ने उक्त राशि की वसूली की मांग की है। किसान मननदास के नाम 22 डिसमिल को 22 एकड़ बनाकर धान खरीदी 22 जनवरी 2020 को किया गया है। जबकि हेमाल संघ के द्वारा पंचनामा कर बताया गया कि 22 जनवरी को 528 कट्टा धान ही नहीं आया है। यह पूरा फर्जी है। दो एकड़ के किसानों के बीच चल रही खरीदी में 14 एकड़ के किसान का धान कैसे लिया गया है। आनलाईन फर्जीवाड़ा करने के बाद भी राशि आहरण पर मननदास के नाम पर खाता न होकर हेमशंकर पटेल व मनोज गंजीर के नाम पर खोले गए खाते में पैसा धान बेचने पर आता है। यह भी फर्जी है। इतने बड़े फर्जीवाड़ा से क्षेत्र के किसानों में रोष है। समिति के अध्यक्ष शिवकुमार साहू ने कहा कि किसानों के आवेदन पर फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है। धान फर्जी तरीके से खरीदा गया है। यह गलत है। समिति के सहायक प्रबंधक ओमप्रकाश साहू ने कहा कि यह फर्जीवाड़ा नहीं है। पटवारी पंजीयन के आधार पर ही खरीदी की गई है। जिस तारीख पर धान आया है उसी तारीख पर खरीदी हुई है। पूर्व के पंजीयन के आधार पर खरीदी हो रही थी। किसानों ने प्रशासन से उक्त फर्जीवाड़ा पर तुरंत कारवाई की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

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