संत गुरु घासीदास अलंकरण पुरस्कार न दिये जाने से अनुसूचित जाति वर्ग में रोष
धमतरी, 11 नवंबर ( हि. स.)। छग राज्य निर्माण के बाद से ही प्रतिवर्ष राज्योत्सव के दिन सामाजिक चेतना और सामाजिक न्याय के लिये संत गुरु घासीदास अलंकरण पुरस्कार दिया जाता रहा है। संत गुरु घासीदास छत्तीसगढ़ के महान संत एवं प्रेरणा पुरुष हैं। प्रदेश की बड़ी आबादी की उनके प्रति असीम श्रद्धा है। उनके नाम पर पुरस्कार दिए जाने की परंपरा रही है। छग में कांग्रेस सरकार के द्वारा इस परंपरा को तोड़े जाने से प्रदेश का एक बड़ा वर्ग आहत है और अपने आपको अपमानित एवं उपेक्षित महसूस कर रहा है। राज्य सरकार के इस कृत्य की भारतीय जनता पार्टी द्वारा निंदा की गई। प्रदेश भर में इसके विरुद्ध भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। धमतरी जिले में भी महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू, महामंत्री कविन्द्र जैन, सरला जैन आमदी नगर पंचायत अध्यक्ष हेमंत माला गंगरेल, ऋषभ देवांगन एवं अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष हरिशंकर सोनवानी के नेतृत्व में अजा मोर्चा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में एकत्र हुए तथा इस आशय का एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in