श्रीसीताजी-का-मार्मिक-सन्देश-श्रीराम-को-हनुमानजी-द्वारा
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श्रीसीताजी का मार्मिक सन्देश श्रीराम को हनुमानजी द्वारा

जिन पर भगवान की कृपा होती है उनके हृदय व मस्तिष्क में संकीर्णता और भेद दृष्टि नहीं होती है। साहित्य और भक्ति के क्षेत्र में सूरदासजी के आराध्य देव श्रीकृष्ण तो हैं ही किन्तु भगवान श्रीरामजी और श्रीकृष्णजी में वे भेद नहीं रखते हैं। श्रीमद्भागवत के नवम स्कन्ध में श्रीरामचरित्र क्लिक »-ananttvlive.com

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