वर्दी में गमछा व रुमाल का प्रयोग नहीं करेंगे सिपाही : एसएसपी
वर्दी में गमछा व रुमाल का प्रयोग नहीं करेंगे सिपाही : एसएसपी

वर्दी में गमछा व रुमाल का प्रयोग नहीं करेंगे सिपाही : एसएसपी

- कोरोना से बचाव के लिए गमछे की जगह शत प्रतिशत मॉस्क होगा अनिवार्य - अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे एक्शन मोड़ में रहे पुलिस कानपुर, 21 जून (हि.स.)। नवनियुक्त एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु के शहर आते ही बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या हो गयी। ऐसे में कप्तान का पारा हाई है और पुलिस पर किसी भी प्रकार लापरवाही फिलहाल उनके रवैये से क्षम्य नहीं दिख रही है। इसी को लेकर रविवार को उन्होंने साफ कह दिया कि अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे पुलिस एक्शन में रहे। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मॉस्क का प्रयोग करें और जो भी सिपाही गमछा या रुमाल का प्रयोग करते पकड़ा जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिनेश कुमार प्रभु ने शहर में बतौर कप्तान का चार्ज संभालते ही अपने सख्त इरादे जाहिर कर दिये थे, लेकिन अगले ही दिन बसपा नेता पिंटू सेंगर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। 24 घंटे के बाद भी पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। ऐसे में कप्तान का पारा हाई है और रविवार को उन्होंने पुलिस कर्मियों को दू टूक कह दिया कि अपराधियों के खिलाफ अभियान को और तेज करना है। इसके साथ ही सभी पुलिसकर्मी 24 घंटे अलर्ट मोड़ पर रहे ताकि जनता के बीच कानून के राज का विश्वास कायम रहे। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि कोरोना से बचने के लिए कुछ पुलिस कर्मी मॉस्क की जगह गमछा और रुमाल का प्रयोग करते हैं, जो पूरी तरह से गलत है। इसका फायदा अपराधी भी उठा सकते हैं। ऐसे में जनपद में अब कोई भी पुलिस कर्मी गमछा व रुमाल का प्रयोग नहीं करेगा और ड्यूटी के दौरान कोरोना से बचने के लिए सिर्फ मॉस्क का प्रयोग ही होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद में कई पुलिस कर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में ड्यूटी के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का भी पूरी तरह से पालन किया जाये। कोतवाली का किया निरीक्षण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने आज कोतवाली थाने का औचक निरीक्षण किया। एसएसपी के निरीक्षण से थाने में हड़कंप मच गया और एसएसपी ने कार्यालय के रजिस्टर, मालखाना, थाना परिसर की साफ सफाई, मेस व बैरिक आदि को चेक किया। इसके साथ ही सुधार से सम्बन्धित आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कोई भी फरियादी थाने से निराश होकर न जाये और पूरी कोशिश की जाये उसे न्याय मिले। इसके लिए न तो किसी की सिफारिश मानने की जरुरत है और न ही किसी का दबाव। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in