लॉकडाउन में दो बेसहारा महिलाओं को मिला 'सखी' का सहारा
लॉकडाउन में दो बेसहारा महिलाओं को मिला 'सखी' का सहारा

लॉकडाउन में दो बेसहारा महिलाओं को मिला 'सखी' का सहारा

ऊना, 23 जून (हि. स.)। कोरोना संकट के बीच लगाए गए लॉकडाउन में बेसहारा महिलाओं के लिए ऊना स्थित वन स्टॉप सेंटर, जिसे सखी के नाम से भी पुकारा जाता है, सहारा बना। जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस ऊना सतनाम सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश निवासी रंगा बेन बीते 11 अप्रैल को अंब में भटकते हुए पुलिस को मिली थी। महिला का मेडिकल करवाने के बाद उसे 14 दिन के लिए वन स्टॉप सेंटर में क्वारंटीन किया गया तथा इस संबंध में उसके परिजनों, संबंधित पंचायत प्रधान तथा पुलिस थाने के साथ संपर्क किया गया। परिजनों ने बताया कि अभी वह आने में असमर्थ हैं, इसलिए महिला को लुणापानी जिला मंडी में संचालित स्वाधार गृह भेज दिया गया है। भविष्य में जब भी संभव होगा तो उसे उसके परिजनों के पास वापस भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरी महिला पंजाब निवासी कैलो देवी भी 12 अप्रैल को अंब पुलिस को भटकते हुए मिली थी। उसका भी मेडिकल करवाया गया तथा 14 दिन के लिए वन स्टॉप सेंटर में क्वारंटीन किया गया। कुछ दिनों बाद परिजनों से संपर्क करके उसे वापस उसके घर भेज दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस ने कहा कि सखी नाम से जाने जाने वाले वन स्टॉप सेंटर में किसी भी तरह की प्रताड़ना की शिकार महिला को रहने व खाने की निशुल्क सुविधा प्रदान की जाती है। इसके अलावा उन्हें आवश्यकता अनुसार चिकित्सीय तथा कानूनी मदद के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक परामर्श भी प्रदान किया जाता है। केंद्र में रहने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए यहां सीसीटीवी कैमरा भी लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं विकास विभाग के कार्यालय से की जाती है। महिला के साथ अगर कोई बच्चा हो तो उसके भी वन स्टॉप सेंटर में रुकने की व्यवस्था प्रदान की जाती है। वन स्टॉप सेंटर से सहायता प्राप्त करने के लिए पुलिस के साथ-साथ किसी एनजीओ या फिर महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क किया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार /सुनील-hindusthansamachar.in

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