लॉकडाउन में अफवाह : सड़क पर आये घर जाने को बेकरार सैकड़ों छात्र

लॉकडाउन में अफवाह : सड़क पर आये घर जाने को बेकरार सैकड़ों छात्र

लॉकडाउन में अफवाह : सड़क पर आये घर जाने को बेकरार सैकड़ों छात्र - पुलिस ने समझाकर कोचिंग मंडी के सभी छात्रों को वापस भेजा हॉस्टल कानपुर, 29 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस से निपटने के लिए कानपुर में रविवार को लॉकडाउन का सातवां दिन है। इन दिनों में किसी प्रकार का वाहन न मिलने से बाहर से आये हुए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। इसी क्रम में काकादेव कोचिंग मंडी के अलग-अलग हॉस्टलों में रहने वाले सैकड़ों प्रतियोगी छात्र भी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। रविवार को छात्रों के बीच ऐसी अफवाह फैली कि योगी सरकार फंसे हुए लोगों को घर भेज रही है तो सैकड़ों छात्र सड़क पर आ गये। एक साथ भारी तादाद में छात्रों को देख पुलिस में हड़कंप मच गया और छात्रों को समझाकर वापस हॉस्टल भेजा। कोरोना वायरस के खात्मे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया है। हालांकि एक दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने कानपुर में लॉकडाउन घोषित कर दिया है। ऐसे में आज लॉकडाउन का सातवां दिन है और शहर में रह रहे बाहरी लोग फंस गये हैं। बाहरी लोगों में काकादेव स्थित कोचिंग मंडी में भी सैकड़ों छात्र हॉस्टलों में फंसे हुए हैं। इधर प्रदेश की योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि जो लोग कहीं भी फंसे हुए हैं उन्हे घर पहुंचाया जाएगा और रोडवेज बसों को लगा दिया गया है। इस खबर की जानकारी पर किसी ने अफवाह फैला दी कि काकादेव कोचिंग मंडी में फंसे छात्रों को भी घर पहुंचाया जाएगा और बसें गीता नगर क्रासिंग आ रही हैं। इस अफवाह पर हॉस्टल में फंसे सैकड़ों छात्र गीता नगर क्रासिंग पहुंचने लगे। भारी तादाद में प्रतियोगी छात्रों का सड़क पहुंचने की सूचना पर कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की आशंका के चलते पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया। काकादेव पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाया कि कोई बस नहीं आने वाली है, इस प्रकार की कोई सूचना नहीं है। लेकिन छात्र मानने को तैयार नहीं थे और छात्र घर जाने की जिद करने लगे। पुलिस ने आश्वस्त किया कि किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होगी और हर संभव मदद की जाएगी। थाना प्रभारी ने अपना सीयूजी नंबर दिया और कहा कि किसी प्रकार की समस्या पर फोन करें। पुलिस के समझाने के बाद गिरे मन से छात्र अपने-अपने हॉस्टल वापस हो गये, तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। थाना प्रभारी काकादेव कौशल किशोर ने बताया कि कुछ बच्चे अपने घर जाने के लिए निकले थे लेकिन बस नहीं मिली तो उन लोगों को वापस घर भेज दिया गया है। क्षेत्र में लॉकडाउन का पूरी सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। ऐसी कोई सूचना नहीं है कि वहां सैकड़ों की तादात में बच्चे एकत्र हुये थे। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in

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