लाकडाउन खत्म होने के बाद भी प्याज-आलू के रेट मेें कमी नहीं
लाकडाउन खत्म होने के बाद भी प्याज-आलू के रेट मेें कमी नहीं

लाकडाउन खत्म होने के बाद भी प्याज-आलू के रेट मेें कमी नहीं

प्याज 45 से 50 रुपये व आलू 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा धमतरी, 05 अक्टूबर ( हि. स.)। लाकडाउन खत्म होने के बाद भी प्याज-आलू के रेट मेें कमी नहीं आ पाई है। शहर-अंचल में मुनाफाखोरी बरकरार है। आलू 40 रुपए और प्याज 45 रुपए प्रतिकिलो के भाव से बिक रहा है। वहीं कुछ अन्य सामग्रियों के दाम भी बढ़े हैं, लेकिन हरी सब्जियों के दाम में पहले से थोड़ी राहत है, क्योंकि मार्केट में सब्जियों की स्थानीय व बाहरी आवक अच्छी बनी हुई है। कोरोना संक्रमण से बचाव व सुरक्षा के लिए जिले के सभी नगरीय निकायों में 22 से 30 सितंबर तक जोखिम क्षेत्र यानी लाकडाउन लागू था। इस बीच आलू-प्याज समेत अन्य सामग्रियों के दाम काफी बढ़ गए थे। जमकर मुनाफाखोरी हुई। कंटेनमेंट खत्म होने के बाद लोगों ने मुनाफाखोरी बंद होने की उम्मीद लगाई थी, लेकिन मुनाफाखोरी बरकरार है। आलू के दाम अभी भी 40 रुपए प्रति किलो और प्याज 45 रुपए में बिक रहा है। इससे पहले आलू 35 रुपये और प्याज 22 से 25 रुपये किलो तक बिक रहा था। इसी तरह अन्य खाद्य सामग्री जैसे दाल, तेल के दाम में भी पहले से कुछ बढ़ोतरी हुई है। किराना व्यवसायी खिलेश कुमार साहू, छोटू देवांगन ने बताया कि प्याज की नई फसल मार्केट में नहीं आई है। किल्लत बनी हुई है। इससे प्याज के दाम पहले से बढ़ गए हैं। एक से डेढ़ माह में प्याज की नई फसल आने वाली है, इसके बाद दाम में गिरावट आने की संभावना है। आलू-प्याज के दाम कम नहीं होने से गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। वही 60 रुपए दर्जन बिकने वाला अंडा भी 80 रुपये हो गया है। कंटेनमेंट खत्म होने के बाद सब्जी बाजार में पहले की तुलना में दाम में गिरावट आई है। 70 से 80 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर अब मार्केट में 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। मार्केट में टमाटर इतना अधिक बिकने पहुंच रहा है कि खरीददार कम पड़ रहे हैं। यही वजह है कि दाम तेजी से गिर गए है। इसी तरह करेला, लौकी, पत्ता गोभी, मिर्च, धनिया, भाजी समेत अन्य सब्जियों के दाम पहले से कम हुए हैं। क्योंकि चिल्हर सब्जी व्यवसायी अब सब्जी चारामा के बजाए श्यामतराई सब्जी मंडी से सब्जी खरीद रहे हैं, ऐसे में परिवहन खर्च सामान्य हो गया है। वहीं सब्जी मंडी में सब्जियों की आवक पहले की तुलना में अधिक है इसलिए दाम कम होने से अब गृहणियों ने पहले से थोड़ी राहत ली है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

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