यूकेडी के नेता गंगाधर की मौत से पहाड़ाें पर फैला मातम का सन्नाटा
यूकेडी के नेता गंगाधर की मौत से पहाड़ाें पर फैला मातम का सन्नाटा

यूकेडी के नेता गंगाधर की मौत से पहाड़ाें पर फैला मातम का सन्नाटा

गुप्तकाशी, 17 जून (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए अपनी नौकरी तक को दांव पर लगाने वाले गंगाधर सेमवाल का यूं आकस्मिक चले जाना क्षेत्र में मातम फैला है। मंगलवार शाम को उन्होंने देहरादून के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। वह एक माह से देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती थे। वे अपने पीछे एक बेटा और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। विकासखंड ऊखीमठ के ग्राम पंचायत अन्द्रवाड़ी के नमोली निवासी गंगाधर सेमवाल किसी परिचय के मोहताज नहीं है। राजकीय महाविद्यालय अगस्तमुनि में छात्र संघ चुनाव में छात्रसंघ अध्यक्ष चयनित होने पर उनके शपथ ग्रहण समारोह में उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक इंद्रमणि बडोनी ने गंगाधर के संघर्ष की प्रशंसा की थी। इसके बाद सेमवाल को उत्तराखंड क्रांति दल के विशेष सदस्य भी बन गए थे। वर्ष 1986 में सूखा पड़ने पर गंगाधर सेमवाल ने अपनी टीम के सहयोग से सूखाग्रस्त गांवों का दौरा कर पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न एवं वस्त्र मुहैया करवाए। इसी के साथ ही उनका सामाजिक जनजीवन भी शुरू हो चुका था शिक्षा पूर्ण करने के बाद आकाशवाणी शिमला में उनकी नियुक्ति हो चुकी थी, लेकिन उसी दौरान उत्तराखंड राज्य स्थापना आंदोलन पूरे चरम पर था। सेमवाल ने नौकरी का परित्याग कर राज्य आंदोलन में कूदकर पूरी तन्मयता, सक्रियता तथा संवेदनशीलता के साथ इस आंदोलन को गति दी थी। वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य की स्थापना होने पर उनका भी बड़ा योगदान था। वर्ष 2017 में उत्तराखंड क्रांति दल ने गंगाधर को विधानसभा का टिकट दिया, लेकिन वे जीत न सके। वे ग्राम पंचायत अन्द्रवाड़ी के प्रधान भी रहे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न पुलिया, पंचायत घर, प्रतीक्षालय समेत पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वनीकरण कार्य करना शुरू किया था। सेमवाल पूर्व में जिला किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य भी रहे थे। बीमारी के बावजूद भी विभिन्न गांव में पैदल यात्रा कर उन्होंने जरूरतमंद लोगों को तक विभिन्न संस्थाओं की मदद से सहायता भी पहुंचाई। गंगाधर सेमवाल की मौत पर ब्लाक प्रमुख श्वेता पांडे, जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवारी, उत्तराखंड क्रांति दल के ब्लॉक अध्यक्ष मनोज पांडे, संजय शर्मा, देवेश नौटियाल, वीरेंद्र असवान, विपिन सेमवाल, डॉ. आशुतोष, वेद प्रकाश, जगत सिंह समेत कई लोगों ने उनकी मौत पर शोक प्रकट किया और शोक संतप्त परिवार को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने के लिए भगवान से प्रार्थना की है। हिन्दुस्थान समाचार / विपिन-hindusthansamachar.in

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