भूमि दस्तावेजों में की हेराफेरी, पटवारी बर्खास्त
गुना, 18 जून (हि.स.)। चांचौड़ा तहसील में पदस्थ रहे तत्कालीन पटवारी रघुवीर सिंह यादव को चांचौड़ा एसडीएम राजीव समाधिया ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर बर्खास्त कर दिया है। उस पर आरोप है कि उसने राजस्व अभिलेखों में कूटरचना कर नवीन सर्वे नम्बर सृजित कर अलग-अलग व्यक्तियों के नाम कम्प्यूटर राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया। दरअसल, चांचौड़ा तहसील के अंतर्गत विभिन्न ग्राम पटवारियों द्वारा राजस्व अभिलेखों के परीक्षण उपरांत ग्राम मुरैला, तेलीगांव, बरखेड़ा खुर्द, कीताखेड़ी, मानपुरा, काला पीपल, सावलपुरा, श्यामपुरा, कनका नेहरु, सेमलीभोज में राजस्व अभिलेखों में कूट रचना कर नवीन सर्वे नम्बर सृजित करने तथा अन्य पटवारियों की प्रविष्टी दर्ज की गई है, जिसमें यह जानकारी जांच उपरांत सामने आई कि ऊधम सिंह भील, चरण सिंह भील एवं दौजीराम राठौरिया के प्रभार हल्के भी सम्मिलित हैं। जिसमें ग्राम मुरैला की भूमि सर्वे क्रमांक 117 में कूटरचना कर अवैधानिक तरीके से गलत प्रविष्टियां दर्ज कर अलग-अलग व्यक्तियों के नाम कम्प्यूटर राजस्व रिकार्ड में दर्ज कर दी गई है। इसी तरह की तेलीगांव की जमीन में भी गड़बड़ी सामने आई। खसरा मिलान में सामने आया मामला ग्राम मानपुर के वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 के खसरा मिलान के बाद भूमि सर्वे नम्बर 1/1/1/1 रकबा 2.090 हेक्टेयर पिंकी बाई पत्नी बृजेेश जाति नामदेव के नाम पर दर्ज कराई गई है जो ग्राम मानपुरा की निवासी नहीं हैं। सर्व नम्बर 11/2 रकबा 0.411 हेक्टेयर तथा 11/3 रकबा 1.231 है भूमि पर धनजी पुत्र उम्मेद सिंह जाति गुर्जर निवासी खेरबेह के नाम पर दर्ज है। भूमि सर्वे नम्बर 1/1/1/1 की संपूर्ण प्रविष्टि कूटरचित है, जबकि भूमि सर्वे क्रमांक 11/2 एवं 11/3 पर दर्ज भूमि स्वामी का नाम कूटरचना कर अंकित किया गया है। इसी तरह ग्राम कनका नेहरू में जमीन नाम में गड़बड़ी मिली। इस मामले की जांच हुई तो तहसील चांचौड़ा के पटवारी रघुवीर सिंह यादव के द्वारा अन्य पटवारियों को विभागीय तौर पर जारी गोपनीय लॉगिन एवं पासवर्ड के माध्यम से कूटरचना कर अवैधानिक तरीके से गलत प्रविष्टियां दर्ज की हैं। इस कूटरचित में दोषी पाए जाने पर पटवारी रघुवीर सिंह यादव को बर्खास्त करने के आदेश एसडीएम राजीव समाधिया ने दिए। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in