बेंगलुरु: दस साल से छोटे बच्चों को मस्जिद के अंदर आने की इजाज़त नहीं
बेंगलुरु: दस साल से छोटे बच्चों को मस्जिद के अंदर आने की इजाज़त नहीं

बेंगलुरु: दस साल से छोटे बच्चों को मस्जिद के अंदर आने की इजाज़त नहीं

बेंगलुरु, 07 जून (हि.स.)। शहर के केआर मार्केट स्थित जामिया मस्जिद के खतीब ओ इमाम मौलाना मक़सूद इमरान ने अनलॉक-1 के दौरान धार्मिक स्थल खोलने को लेकर कहा कि सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया जायेगा। 10 साल से छोटे बच्चों को मस्जिद के अंदर आने की इजाज़त नहीं होगी। लोग सेनेटाइज का इस्तेमाल करके ही अंदर प्रवेश करेंगे। अब मस्जिद में 1000 से 1500 लोग ही नमाज़ अदा कर पाएंगे जबकि इसकी क्षमता अधिक है। सरकार ने मस्जिदों में भीड़ नहीं जुटाने और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने के लिए कहा है। मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। बेंगलुरु की अहले हदीस जमात ने अनलॉक-1 के दौरान 8 जून से मस्जिदें खोलने के सम्बन्ध में कहा कि जमात फिलहाल मस्जिदों को नहीं खोल रही है। जमात के सचिव बी के अरशद ने एक विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है। जमात ने यह कदम कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उठाया है। अरशद के अनुसार, कर्नाटक में दिन पर दिन कोरोना संक्रमित मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में मस्जिदों को खोलना सही नहीं है। उधर, कोडगु के मडिकेरी की मुस्लिम जमात ने एक महीने के लिए शहर स्थित मस्जिद में किसी भी धार्मिक गतिविधियों या सामूहिक नमाजों को आयोजित नहीं करने का फैसला किया है। कोडगु जिला जमात के अध्यक्ष जे एच मोहम्मद हनीफ ने कहा कि घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है। हिन्दुस्थान समाचार/नूरुद्दीन/सुनीत-hindusthansamachar.in

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