बरसाती पानी से 13 हेक्टेयर फसल खराब, बीमा कराने वाले किसान होंगे लाभांवित
धमतरी, 2 सितंबर ( हि. स.)।इस साल हुई तेज बारिश से शहर-अंचल तरबतर हो गया। लगातार बारिश होने से कई खेतों में पानी जमा हो गया। ज्यादा समय तक पानी में डूबे रहने से कई किसानों की धान की फसल खराब होने की स्थिति में भी पहुंच गई। जानकारी के अनुसार 58 हेक्टेयर फसल खराब हो गई। जिन किसानों ने फसल बीमा कराया है, उन्हें बीमा का लाभ मिलेगा। फसल बीमा ऐच्छिक होने के कारण जिले में इस वर्ष सहकारी बैंक से 50 हजार किसानों ने ही फसल बीमा कराया है, जबकि बीते वर्ष 56 हजार किसानों ने बीमा कराया था। फसल खराब होने पर बीमा कराने वाले किसानों को फसल क्षति का मुआवजा मिल पाएगा। कृषि विभाग के अनुसार अगस्त के अंतिम सप्ताह में हुई दो दिन की बारिश से कुरूद ब्लाक के गांव ज्यादा प्रभावित हुए। यहां कठौली एनीकट अंतर्गत ग्राम कठौली में 13 हेक्टेयर की फसल खराब हुई है। 26 किसानों ने इस हेक्टेयर में धान की फसल लगाई थी। इन किसानों के खेतों का निरीक्षण कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी कर रहे हैं। इसके अलावा धमतरी ब्लाक में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। खेतों से पानी निकलने के कारण फसल सामान्य रही। नगरी व मगरलोड में भी फसल सामान्य है। खरीफ वर्ष 2019-20 में फसल कटाई के समय ही बारिश हुई थी। इस दौरान जिले में 30 हजार किसानों के 20 हजार से अधिक हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई थी। अगस्त महीने की बारिश से जिले के चारों ब्लाक में 58 हेक्टेयर फसल खराब हुई है। अगस्त महीने की ज्यादा बारिश से धान की फसल के साथ ही सब्जी को भी नुकसान हुआ है। खेतों की मेढ़ों पर ली गई अरहर और तिल की फसल को भी नुकसान हुआ है। जिले में खेतों की मेढ़ों पर 1 हजार हेक्टेयर में अरहर और 500 हेक्टेयर में तिल की फसल ली गई। 40 हेक्टेयर में अरहर और तिल की फसल खराब हुई। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 30 हजार 483 किसानों को 23 करोड़ 58 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी गई। इस वर्ष 50 हजार किसानों ने फसल बीमा नहीं कराया। बीमा कराने वाले किसानों को ही मुआवजा राशि मिलेगी। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in