बच्चों को गुणवत्ता विहीन खाद्यन्न वितरण की हो सूक्ष्म जांच : केके ध्रुव
बच्चों को गुणवत्ता विहीन खाद्यन्न वितरण की हो सूक्ष्म जांच : केके ध्रुव

बच्चों को गुणवत्ता विहीन खाद्यन्न वितरण की हो सूक्ष्म जांच : केके ध्रुव

कोंडागांव, 16 नवम्बर (हि. स.)। केशकाल विधानसभा के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सूखा राशन वितरंण के नाम पर बच्चों को गुणवत्ता विहिन खाद्यान्न वितरण की सूक्ष्म जांच की मांग करते दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग किया है। पूर्व विधायक का कहना है कि कोरोना जैसे वैश्विक आपदा को पैसा कमा लेने का अवसर बना लेने वालों ने स्कूली बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने का अक्षम्य अपराध किया है। एक तरफ हमारी सरकार कुपोषंण मुक्त करने और महिला स्वालंबन का राग अलापती है। वहीं दूसरे तरफ सरकार के ही नुमाइंदे चंद रुपयों के लिए बच्चों को घटिया खाद्यान्न ठेकेदारों से सप्लाई करवाकर बच्चों को कुपोषित करने तथा मध्यान्ह भोजन व्यवस्था संचालन में अहं भागीदारी अदा करने वाली महिलाओं का काम छीनकर महिला स्वालंबन के लक्ष्य को धूल धूसरित करने का काम कर रहे हैं। कोंडागांव जिला के समस्त ब्लाकों में बहुत ही योजनाबद्ध ढंग से चुनिंदे लोगों को सूखा राशन आपूर्ति का काम दे दिया गयाख् जिसके बाद ठेकेदार ने लोक शिक्षंण संचनालय द्वारा 20 सितंबर 2020 को जारी किए गये पत्र क्र.388में जारी दिशा निर्देश का खुला उल्लघंन करते संकुल केंद्रों में एकमुश्त थोक में गुणवत्ता विहिन खाद्यान्न उतार दिया गया। ठेकेदार की भांति ही जिला के संबंधित सक्षम अधिकारियों ने भी लोक शिक्षण संचालनालय के दिशा निर्देश को सलाम ताकि में रखकर सूखा राशन की गुणवत्ता एवं मात्रा की बगैर सत्यापन कराये आनन फानन में ठेकेदार का बिल बनवाकर पास करा दिया। लोक शिक्षंण संचनालय द्वारा जारी आदेश के दिशा निर्देश के अनुसार प्रत्येक बच्चे के लिए उच्च गुणवत्ता का सूखा राशन का अलग अलग सीलबंद पैकेट बनाकर स्कूलों तक अथवा बच्चों के घर तक पंहुचाया जाना था। परन्तु ठेकेदार ने रोक में गुणवत्ता विहिन सामान संकुलों में दीपावली त्योहार के एक दिन पूर्व ही उतार दिया गया। इस खेल में सरकारी अधिकारी ठेकेदार का कितना सहभागी बनें यह इस बात से प्रमाणित हो जाता है कि अधिकारियों ने कहीं भी जाकर यह नहीं देखा की अनाज किस तरह से कब दिया गया और उसकी गुणवत्ता कैसी है तथा उसकी मात्रा कितनी है। बगैर मानिटरिंग एवं सत्यापन करवाये आनन फानन बिल बनाकर ट्रेजरी भेजकर बिल पास करवा दिया गया। बिल बनवाने एवं बिल पास करने में जिस स्फूर्ति प्रदर्शित किया गया वह उनकी संलिप्तता को प्रमाणित कर देता है। पूर्व विधायक ने पूरे मामले की जांच की मांग उठाया है। वहीं केशकाल के सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार कृष्णदत्त उपाध्याय ने सोमवार को केशकाल एसडीएम के माध्यम से जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत पत्र भेजकर सूखा राशन वितरण में धांधली कर बच्चो के जीवन से खिलवाड़ करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया है। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव गुप्ता-hindusthansamachar.in

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