प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान आवश्यकता की वस्तुओं सप्लाई चैन नहीं टूटेगी

प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान आवश्यकता की वस्तुओं सप्लाई चैन नहीं टूटेगी

प्रदेश में लॉक डाउन के दौरान आवश्यकता की वस्तुओं सप्लाई चैन नहीं टूटेगी जयपुर, 22 मार्च (हि.स.)। राजस्थान में लॉकडाउन के दौरान किसी जरूरतमंद को परेशानी का सामना न करना पड़े और कोई भूखा नहीं सोए इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सप्लाई चैन नहीं टूटे, इसके लिए खाद्य एवं रसद सामग्री लेकर आ रहे ट्रकों और अन्य वाहनों को नहीं रोका जाएगा। ऐसे वाहन चालकों की चेकपोस्ट पर स्क्रीनिंग कर उन्हें एक सर्टिफिकेट दे दिया जाएगा, ताकि उन्हें हर चेकपोस्ट पर नहीं रूकना पड़े। आपात स्थिति में राज्य में क्वारेंटाइन के लिए एक लाख बैड की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में सरकार ने जिला कलेक्टरों उचित भवन चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं, जहां समुचित सुविधाएं उपलब्ध हों। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कोरोना पर जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की और प्रदेश के हालातों की समीक्षा की। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी के कारण पूरी मानव जाति पर जीवन और मृत्यु का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम पूरी गंभीरता, योग्यता और क्षमता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें। मुख्यमंत्री ने 24 घंटे सेवाएं देकर कोरोना महामारी से जीवन रक्षा जैसे पुनीत कार्य में लगे चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ के समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रोत्साहन के लिए 25 करोड़ रुपये का फण्ड बनाया है। अभूतपूर्व सेवाओं के लिए उन्हें प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया जाएगा। गहलोत ने इस चुनौती का सामना करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को अनटाइड फंड उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जयपुर को 30 लाख रुपये, अन्य संभागीय मुख्यालयों को बीस-बीस लाख तथा अन्य सभी जिलों को दस-दस लाख रुपये का फंड उपलब्ध कराया जाएगा। यह राशि खर्च होने पर फंड को पुनर्भरित किया जाता रहेगा। आवश्यक होने पर और भी राशि जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 से 2003 तक राजस्थान में लगातार अकाल पड़े, लेकिन हमारी सरकार ने अकाल का जो प्रबंधन किया उसकी पूरे देश में सराहना की गई। घर-घर में हमने अनाज, पशुओं के लिए चारा पहुंचाया लेकिन आज का संकट उससे भी बड़ा है, ऐसे में हमें दिन-रात एक कर पूरी ताकत के साथ जुटना होगा। यह विपत्ति काल खुद को साबित करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि केन्द्र ने की हमारे फैसलों की सराहना की है और दूसरे राज्यों को अपनाने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा कि सरकार के फैसलों को प्रभावी रूप से लागू करना पूरी तरह आप पर निर्भर करता है। आप अपनी प्रबंधन क्षमता का परिचय देते हुए निचले स्तर तक अधिकारियों एवं कार्मिकों में कार्यों का इस तरह विभाजन करें कि लॉकडाउन से आमजन को न्यूनतम तकलीफ हो। गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। आईसोलेशन में रह रहे लोगों तक खाने एवं दवाओं की आपूर्ति में कोई कमी नहीं रहे। उन्होंने जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष में दानदाताओं से बढ़-चढ़कर सहयोग करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोराना वायरस के गंभीर संकट में किसी तरह की अफवाहों एवं गाइडलाइन के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। राज्य में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने तथा धारा 144 का उल्लंघन करने पर 29 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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