परिधि ने मछुआरों के बीच चलाया कोरोनो जागरूकता अभियान, राशन सामग्री भी बांटी गयी
परिधि ने मछुआरों के बीच चलाया कोरोनो जागरूकता अभियान, राशन सामग्री भी बांटी गयी

परिधि ने मछुआरों के बीच चलाया कोरोनो जागरूकता अभियान, राशन सामग्री भी बांटी गयी

भागलपुर, 19 जून (हि.स.)। परिधि के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को गंगा मुक्ति आंदोलन और जल श्रमिक संघ के मछुआरे साथियों के बीच कोविड–19 को लेकर जागरूकता कार्यक्रम एवं राहत वितरण का कार्यक्रम चलाया। इस मौके पर परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि मछुआरों की रोजी—रोटी मछली मारने और बेचने से चलती है। इनके पास न तो अपनी जमीन है और न तो मनरेगा का जॉबकार्ड। मछुआरों को मनरेगा के कवरेज से बाहर रखा गया है। सभी मछुआरों के पास अपना डेंगी और जाल नहीं होते। वे नाव पर बतौर मजदूर काम करते हैं। अभी 15 जून से मछली पकड़ने पर प्रतिबंध भी लग गया है। यह मछली का ब्रीडिंग काल होता है। इसलिये नदी में मछली मारने पर 3 महीने प्रतिबंध होता है। इस बार कोरोना और लॉकडाउन के कारण मछुआरों की स्थिति ज्यादा खराब हुई है। परिधि के निदेशक ने कहा कि हम लोग पहले से ही यह मांग करते रहे हैं कि 3 महीने की प्रतिबंधित अवधि के लिए हर मछुआ परिवार के लिए दस हजार रुपये मुआवजा दिया जाय। पीस सेंटर परिधि के राहुल ने स्वनिर्मित पोस्टर के जरिये कोरोना से बचने के उपाय बताये और एक मीटर की दूरी का पालन करने, साबुन से हाथ धोने और मास्क लगाने पर जोर दिया। गंगा मुक्ति आंदोलन के वरिष्ठ कार्यकर्ता रामपूजन ने कहा कि सभी मछुआरों को राशनकार्ड, आवास और पीडीएस के द्वारा मास्क, साबुन आदि पर्याप्त मात्रा में दिया जाय। परिधि के आर्सेनिक कार्यक्रम समन्वयक ई भरत सिंह ने कहा कि कोरोना से भयभीत होने की बजाय सावधान रहने की जरूरत है। इस अवसर पर चावल, दाल, आटा, चूड़ा, नमक आदि के राहत पैकेट तकरीबन 80 लोगों के बीच वितरित किये गये। अंत में उदय, राहुल, रामपूजन, भरत सिंह, अनिक महलदार, नरेश आदि सहित भारी संख्या में मछुआरों ने चीन—भारत सीमा पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी एवं सरकर से चीनी सामान के आवक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/हिमांशु शेखर/विभाकर-hindusthansamachar.in

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