जगदलपुर फॉरेस्ट एवं रायपुर एयरपोर्ट नर्सरी ने खरीदा सोनहा खाद
जगदलपुर फॉरेस्ट एवं रायपुर एयरपोर्ट नर्सरी ने खरीदा सोनहा खाद

जगदलपुर फॉरेस्ट एवं रायपुर एयरपोर्ट नर्सरी ने खरीदा सोनहा खाद

भिलाई नगर 12 अगस्त (हि. स.)। लिक्विड एंड सॉलिड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम सेंटर) भिलाई निगम प्रशासन के लिए आय का बड़ा स्रोत साबित हो रही है। इससे निगम प्रशासन ने 80 लाख रूपए का राजस्व जुटाया है। घरों से एसएलआरएम सेंटर में पहुंचने वाले गीला कचरे से बनी सोनहा खाद की क्वाॅलिटी इतनी अच्छी है कि रायपुर और जगदलपुर की एजेंसी उसे हाथों-हाथ खरीदने के लिए तैयार है। निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि दो एसएलआरएम सेंटर भिलाई क्षेत्र के खमरिया और बटालियन के सामने शराब भट्टी के पास तैयार हो रहे है। गीला कचरे से तैयार करते हैं सोनहा खाद लोक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विभाग के अध्यक्ष लक्ष्मीपति राजू ने बताया कि साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट अधिनियम और स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता मित्र घरों से सूखा और गीला कचरा एकत्र करते हैं। गीला कचरे को एसएलआरएम सेंटर तक पहुंचाते हैं। इस तरह के शहर में 8 एसएलआरएम में महिलाएं कचरे की छंटाई कर गीला कचरे को अलग कर टंकियों में डालने के पश्चात कचरे के उपर बायो डी कंपोज लिक्विड का छिड़काव करके कुछ दिनों के लिए छोड़ दिया जाता है। जब कचरा पूरी तरह से सड़ जाती है तब उसे तार जाली से छानकर खाद को अलग कर लिया जाता है। 1, 5, 10 और 20 से 25 किलो का पैकेट तैयार कर रखा जाता है। स्वच्छता अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा ने बताया कि एसएलआरएम सेंटर में माहभर में जितनी मात्रा में खाद तैयार होती है। उसकी प्रति टन की कीमत के बराबर एजेंसी के बिल में से कटौती किया जाता है। उसके बाद ही भुगतान किया जाता है। सोनहा खाद की नर्सरी में अच्छी डिमांड एसएलआर सेंटर का संचालन करने वाले मेसर्स पीवी रमन का कहना है कि सोनहा खाद की क्वाॅलिटी अच्छी है। इस वजह से जगदलपुर फारेस्ट विभाग और रायपुर एयरपोर्ट की नर्सरी में अच्छी डिमांड है। डिमांड के अनुसार खाद की सप्लाई किया जाता है। सेंटर से 1 मार्च 2019 से अप्रेल 2020 तक 4 हजार टन सोनहा खाद तैयार किया गया। हिन्दुस्थान समाचार /अभय जवादे-hindusthansamachar.in

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