छत्‍तीसगढ़ : श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन से कर रहे हैं मांईजी का दर्शन-पूजन

छत्‍तीसगढ़ : श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन से कर रहे हैं मांईजी का दर्शन-पूजन
छत्‍तीसगढ़ : श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन से कर रहे हैं मांईजी का दर्शन-पूजन

दंतेवाड़ा, 18 अक्टूबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शारदीय नवरात्र के अवसर पर मांई दंतेश्वरी मंदिर में श्रद्धालु माता के दर्शन पूजन के लिए मंदिर नहीं जा पाएंगे। मंदिर में हजारों ज्योति कलश की जगह केवल 101 कलश ही प्रज्जवलित किए गए हैं। कोरोना संक्रमित काल के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। शासन के आदेशानुसार प्रशासन ने शक्तिपीठ दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर को नवरात्र में भक्तों के लिए बंद कर दिया है। मंदिर के बाहर जयस्तंभ चौक पर बड़ा सा एलईडी स्क्रीन लगाया गया है जिसमें माईजी के दर्शन-पूजन एवं आरती का लाइव प्रसारण श्रद्धालु देख सकेंगे। आज शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन है लिहाजा भक्त पूजा की तैयारियों में जूटे हुए हैं। कोरोना संकट के कारण जिला प्रशासन एवं टेंंपल कमेटी ने इस बार मंदिर में भक्तों को नो एंट्री किया है। आज कई भक्त बाहर से दंतेवाड़ा माता के दर्शन पूजन के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। प्रशासन ने मंदिर जाने वाले हर रास्ते को बेरिकेट्स लगाकर बंद कर रखा है। किसी को भी मंदिर के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। केवल श्रद्धालुओं के मंदिर के अंदर जाने पर ही रोक है। मंदिर में नित दिन पूजा-पाठ एवं आरती होगी और भक्त इसका सीधा प्रसारण एलईडी स्क्रीन पर देख सकेंगे और आरती आदि धार्मिक अनुष्ठान का भी सीधा लाभ उठा सकेंगे इसकी पूर्ण व्यवस्थाकी गई है। मंदिर सहित जय स्तंभ चौक को भी रंग बिरंगे लाईटों से सुसज्ज्ति किया गया है। भक्तों की बात करें तो मंदिर में प्रवेश पर पाबंदी के फैसले से ज्यादातर भक्त नाराज दिखाई पड़े । भक्तों का कहना है कि कोरोना पूरी दुनिया में फैली हुई है और इसके फिलहाल खत्म होने की कोई संभावना नहीं दिखाई पड़ रही। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मंदिर मस्जिद को हमेशा के लिए बंद रखा जाए। भगवान पर लोगों की अटूट आस्था है। प्रशासन को व्यवस्था तगड़ी करनी चाहिए थी जिससे भक्त मां के दर्शन भी कर पाते और किसी को संक्रमित होने का खतरा भी नहीं होता। इस तरह मंदिर को बंद रखना अच्छा संकेत नहीं। प्रशासन ने एक तरफ हाट बाजारों को चालू रखा है, मदिरालयों को खोल रखा है। जहां हजारों की भीड़ हर रोज उमड़ती है आखिर वहां भी तो कोरोना फैलने का खतरा है। लेकिन उन जगहों को बंद नहीं किया जा रहा केवल मंदिरों को ही पिछले 06 माह से बंद कर रखा है, शासन-प्रशासन को इस पर विचार कर जल्द ही धार्मिक स्थलों को सशर्त खोलने की अनुमति देनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार, राकेश पांडे-hindusthansamachar.in

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