छत्तीसगढ़ :शराब के विक्रय से 6831 करोड़ 71 लाख 79 हजार 63 रुपये  का राजस्व
छत्तीसगढ़ :शराब के विक्रय से 6831 करोड़ 71 लाख 79 हजार 63 रुपये का राजस्व

छत्तीसगढ़ :शराब के विक्रय से 6831 करोड़ 71 लाख 79 हजार 63 रुपये का राजस्व

कोरोनाकाल में 6 लाख 37 हजार मजदूर वापस लौटे, 14 करोड़ 8 लाख 45 हजार रुपये खर्च रायपुर, 27 अगस्त (हि.स.) । छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही में प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में मदिरा विक्रय से प्राप्त राजस्व का मामला उठा। कांग्रेस विधायक संतराम नेताम के शराब बिक्री से प्राप्त लाभ को लेकर पूछे गए सवाल का आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से जून 2020 तक शासन को शराब के विक्रय से 6831 करोड़ 71 लाख 79 हजार 63 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। सत्तापक्ष कांग्रेस के विधायक संतराम नेताम ने सवाल पूछा कि प्रदेश में कितनी देशी शराब और विदेशी शराब दुकानें संचालित है? इस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 337 देशी एवं 321 विदेशी शराब दुकानें संचालित हैं। इसके अलावा उन्होंने शराब दुकानों में विदेशी मदिरा पूर्ति के लिए खरीदी की देशी विदेशी कंपनियों की जानकारी भी उपलब्ध कराई। आबकारी मंत्री ने बताया कि दो करोड़ 17 लाख 85 हजार 66 प्रूफ लीटर देसी मदिरा की खरीद की गई। जबकि विदेशी मदिरा स्प्रिट की खरीदी एक करोड़ 59 लाख 10 हजार 529 प्रूफ लीटर की गई। विदेशी मदिरा माल्ट की खरीदी 84 लाख 47 हजार 89 लीटर की गई।विधानसभा का आज तीसरा दिन है। इस दौरान प्रदेश में मदिरा विक्रय से प्राप्त राजस्व का मामला गरमाया। आपको बतादे कि सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायको के बीच शराब मुद्दे पर जोरदार बहस हुई। इस दौरान विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मांग से ज़्यादा बीयर एक कंपनी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए ख़रीदी गई है। आबकारी मंत्री की जानकारी के बिना ये ख़रीदी की गई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आबकारी मंत्री से पूछा कि प्लेसमेंट एजेंसी नियुक्त करने का मापदंड क्या है? किसी प्लेसमेंट एजेंसी के ख़िलाफ़ FIR क्यों नहीं कराई ? प्लेसमेंट एजेंसी सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। इस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने जवाब दिया कि प्लेसमेंट एजेंसी के 700 कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है। गड़बड़ी करने वाले प्लेसमेंट एजेंसी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। वहीं कांग्रेस विधायक संतराम नेताम ने आबकारी मंत्री से कहा कि बस्तर में मांग अनुसार शराब की ब्रांड नहीं मिल रही है। दूसरे ब्रांड का शराब पीने मजबूर किया जा रहा है । जिस पर आबकारी मंत्री ने कहा कि जिस ब्रांड की मांग होगी वह उपलब्ध कराएंगे।सदन में चर्चा के दौरान अजय चंद्राकर ने कहा कि शराब में पैसा भी जा रहा है नशा भी नहीं चढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ की हालत खराब है। शराब बेचनी है तो अच्छी शराब बेचें। इसके पहले नेता पतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पानी मिलकर शराब बेचने और अधिकारियों पर कारवाई न करने का मामला उठाया था। मंत्री कवासी लखमा ने मामले को दिखवाने का आश्वासन दिया।वहीं सदस्य रजनीश कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि प्लेसमेंट एजेंसी कई महीनों तक पैसे अपने पास रख रही है। इस मामले में स्पीकर के निर्देश पर आबकारी मंत्री ने मामले को दिखवाने की बात कही। कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने श्रम मंत्री से सवाल किया कि कोरोनाकाल में कितने मजदूर पलायन से लौटे ? जिसका जवाब देते हुए श्रम मंत्री ने कहा कि 6 लाख 37 हजार मजदूर वापस लौटे हैं। आवागमन में 14 करोड़ 8 लाख 45 हजार रुपये खर्च हुए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/केशव-hindusthansamachar.in

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