छत्तीसगढ़ में बस ऑपरेटरों की हड़ताल जारी, सरकार से किराया बढ़ाने की मांग
रायपुर, 27 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में अंतर्जिला बस सेवाएं खुल जाने के बाद भी सड़कों पर बसें चालू नहीं हो पा रही हैं। बस ऑपरेटर कोरोना से हुए आर्थिक नुकसान की भरपायी के लिए किराया भाड़ा बढ़ाने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकारी आदेश के तीन दिन बीत जाने के बाद भी सरकार और बस ऑपरेटर संघ की मध्यस्थ्ता नहीं हो पायी है। जिसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। कोरोना संकट के समय जिन्हें एक जिले से दूसरे जिलों में जाना है, उन्हें निजी गाड़ियां किराये पर लेकर जाना पड़ा रहा है। छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के उपाध्यक्ष सैय्यद अनवर ने कहा कि बस संचालन के मामले पर परिवहन मंत्री के साथ हमारी बैठक होने वाली थी। लेकिन यह टल गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यदि हमारी मांगें मानती है, तभी बसें चलेंगी। नहीं तो हम बसों को चलने नहीं देंगे। बस ऑपरेटरों का कहना है कि कोरोना संकट की वजह से पिछले तीन महीने से भी अधिक समय से बसें धूल खाती खड़ी हैं। बस मालिक अपने स्टाॅफ को पैसा तक नहीं दे पाये हैं। बस ऑपरेटरों का कहना है कि बसों को सेवा में लाने से पहले सर्विसिंग करवानी पड़ेगी। आर्थिक संकट में उसका अलग से खर्चा कहां से हम लाएंगे। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के सभी बस ऑपरेटरों और परिवहन मंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करने वाले थे। लेकिन मंत्री जी ने बैठक टाल दिया। बस ऑपरेटर भूपेश सरकार से अगले छह महीने के रोड टैक्स माफ करने की मांग की है। इसके साथ ही ऑपरेटरों ने शारीरिक दूरी का पालन करने बसों में सवारियों की संख्या आधी होने तथा डीजल की बढ़ी हुई कीमत का हवाला देते हुए 40 प्रतिशत किराया भाड़ा बढ़ाने पर बस संचालन करने की बात कही है। हिन्दुस्थान समाचार/रंजन झा-hindusthansamachar.in