औद्योगिक क्षेत्र में नहीं सुरक्षा के इंतजाम, बिना मॉस्क और जांच-पड़ताल के काम कर रहे कर्मचारी
औद्योगिक क्षेत्र में नहीं सुरक्षा के इंतजाम, बिना मॉस्क और जांच-पड़ताल के काम कर रहे कर्मचारी

औद्योगिक क्षेत्र में नहीं सुरक्षा के इंतजाम, बिना मॉस्क और जांच-पड़ताल के काम कर रहे कर्मचारी

औद्योगिक क्षेत्र में नहीं सुरक्षा के इंतजाम, बिना मॉस्क और जांच-पड़ताल के काम कर रहे कर्मचारी गुना, 24 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस से बचाव के लिए गुना में दो दिन से लॉक डाउन है और लोगों से सावधानी बरतने का कहा जा रहा है। लेकिन प्रशासन के ये निर्देश औद्योगिक क्षेत्र में देखने को नहीं मिल रहे। यहां न तो कर्मचारी मॉस्क लगाकर काम कर रहे हैं और ना ही उनकी जांच पड़ताल की गई। जबकि ओद्योगिक क्षेत्र में आटा मिल, नमकीन फैक्ट्री, आरा मशीन और सीमेंट के आइटम बनाने काम चल रहा है। मंगलवार को औद्योगिक क्षेत्र में पड़ताल की तो कई उद्योगों में कर्मचारी काम करते दिखे। उनके पास न तो मॉस्क थे और ना ही उनकी जांच पड़ताल की जा रही है। यहां प्रशासन के भी कोई आदेश नहीं चल रहे हैं। इस वजह से यहां पर काफी खतरा बना हुआ है। लोर मिल के कर्मचारी बिना मॉस्क के दिखे औद्योगिक क्षेत्र में संचालित आटो फैक्ट्री में काम चल रहा था। उसके पास ही गोदाम से माल की ढुलाई चल रही थी। इस काम जो श्रमिक लगे थे, वे भी बिना मॉस्क के थे। अंदर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। एक कर्मचारी ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन बचाव को लेकर सतर्क नहीं है। श्रमिकों में भी भय का वातावरण बना हुआ है। सीमेंट का चल रहा है काम इसी के पास संचालित एक फैक्ट्री में सीमेंट से बनने वाली सामग्री बनाई जा रही थी। टीनशेड में मशीन चल रही थी, जहां कर्मचारी काम कर रहे थे। सीमेंट की तराई के लिए भरे पानी के पास महिला श्रमिक एक साथ बैठे थे। इनके पास भी कोई मास्क नहीं थे। जबकि जहां एक साथ लोग काम कर रहे हैं, वहां मॉस्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद भी यहां ध्यान नहीं दिया। नकमीन फैक्ट्री और आरा मशीन भी चालू बाइपास पर स्थित आरा मशीन में काम चल रहा था। यहां भी कर्मचारी बिना सुरक्षा इंतजामों के दिखे। उनके पास मॉस्क तक नहीं हैं। कोल्ड स्टोरेज के पास वाली नमकीन फैक्ट्री में काम चल रहा था और कर्मचारी बिना मॉस्क पहने काम कर रहे थे। बाइपास पर संचालित एक बड़ी दूध डेयरी पर एक साथ कई दूध विक्रेता आए थे, वहां भी बचाव के लिए उपाय नजर नहीं आए। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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