उमरे में आकस्मिक परिस्थिति के लिए तैयारी के प्रयास

उमरे में आकस्मिक परिस्थिति के लिए तैयारी के प्रयास

उमरे में आकस्मिक परिस्थिति के लिए तैयारी के प्रयास प्रयागराज, 26 मार्च (हि.स.)। उत्तर मध्य रेलवे 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन के दृष्टिगत आवश्यक सेवाओं, संरक्षा से सम्बंधित रख-रखाव और निरीक्षण कार्यों, परिसम्पत्ति की सुरक्षा, सामाजिक दूरी का पालन और कार्यस्थलों पर स्वच्छता प्रोटोकॉल सम्बंधी प्रयासों की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा रेल प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के समुदाय प्रसार से लड़ने और आवश्यक माल यातायात सेवाओं को बनाए रखते हुए आकस्मिक परिस्थिति के लिए तैयारी हेतु प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह के अनुसार मालगाड़ी के चलने में व्यवधान कम करने के लिए ट्रेन परिचालन में संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। रेल लाइनों पर प्वाइंट और क्रॉसिंग के अनुरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बड़े यार्डों में जहां रखरखाव के लिए अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, उन जगहों पर सामाजिक दूरी का पालन करने हेतु कम कर्मचारियों से केवल नितांत आवश्यक अनुरक्षण कार्य कराया जा रहा है और तदानुसार मालगाड़ियों की गति को 15 किमी प्रति घंटे तक नियंत्रित कर दिया गया है। उमरे संरक्षा श्रेणी और रनिंग स्टाफ के अनिवार्य मेडिकल परीक्षण के विस्तार पर विचार कर रहा है ताकि रेलवे की चिकित्सा सुविधाएं कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए उपलब्ध रहें। उत्तर मध्य रेलवे ने पीपीई, वेंटिलेटर अन्य आजीवन और महत्वपूर्ण उपकरणों की अपनी आवश्यकता को संकलित किया है और सभी जोनल रेलवे की समेकित आवश्यकता को आकस्मिक परिस्थिति के लिए तैयार करने हेतु नीति आयोग को भेजा गया है। उत्तर मध्य रेलवे कोविड-19 से संबंधित प्रक्रियाओं, विशेषकर वेंटिलेटर आदि के लिए अपने पैरामेडिकल कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का सामना करने के लिए तैयारी के क्रम में, रेल डिब्बों को संशोधित करते हुए आईसोलेशन वार्ड के रूप में उपयोग करने की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। इसके लिए मेडिकल डिपार्टमेंट के परामर्श के अनुरूप एक कोच को दिल्ली डिपो में ट्रायल तौर पर तैयार किया जा रहा है ताकि किसी अंतिंम निर्णय से पहले इसकी उपयोगिता का आंकलन किया जा सके। आइसोलेशन बेडों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता के दृष्टिगत सभी मंडलों को आईसोलेशन बेड के लिए सुविधाएं बनाने के लिए एक पूर्ण वार्ड-भवन की पहचान करने के लिए निर्देशित किया गया है। देश के विभिन्न स्थानों में कोचों में स्थापित अस्पतालों में भोजन की व्यवस्था के लिए आईआरसीटीसी को तैयार रहने और इसके लिए योजना तैयार रखने के लिए कहा गया है। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/राजेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in