उप्र में लॉकडाउन, असहयोग पर 49074 वाहनों का चालान, 2089 एफआईआर दर्ज
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उप्र में लॉकडाउन, असहयोग पर 49074 वाहनों का चालान, 2089 एफआईआर दर्ज

उप्र में लॉकडाउन, असहयोग पर 49074 वाहनों का चालान, 2089 एफआईआर दर्ज -कही लाठीचार्ज तो कही अभद्रता पर उतारु पुलिस लखनऊ, 25 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस से निपटने के लिए मंगलवार से 21 दिन का लॉकडाउन लगा है। इसका कड़ाई से पालन करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने मातहतों को निर्देश दिए हैं। बुधवार को पूरे प्रदेश में कुछ लोगों द्वारा सहयोग न करने पर पुलिस ने चालान व जुर्माना की कार्रवाई की है। इसके तहत 49074 वाहनों का चालान हुआ, 3679 वाहन सीज हुए तथा 01,01,47,700 रुपया जुर्माना वसूला गया। साथ ही 2089 एफआईआर दर्ज की गयी है। वैश्विक महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश में 21 दिन का लॉकडाउन किया है। दैनिक जरुरतों के लिए दुकानें खुली रहेंगी। वहीं राज्य सरकार ने लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के निर्देश पुलिस महानिदेश को दिए हैं। इसके तहत पूरे जनपदों में पुलिस सड़कों पर एनाउंस कर रही है कि लोग घरों में रहे। लेकिन कुछ लोग पुलिस के नियमों को पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की हैं। पुलिस ने प्रदेश के समस्त जनपदों में करीब 6044 नाका और बैरियर लगाकर 200150 वाहनों को चेक किया। 49074 वाहनों को चालान और 3679 वाहनों को सीज किया है। पुलिस ने 01,01,47,700 रुपये शमन शुल्क वसूला है। इसके साथ ही 2089 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की है। डॉक्टर और पत्रकार से पुलिस ने की अभद्रता, अधिकारी मौन कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार ने पूरे प्रदेश को लॉकडाउन कर प्रदेशवासियों से अपील की है कि लोग घर में ही रहें। डीजीपी को निर्देश दिए है कि पुलिस किसी भी प्रकार से बल का प्रयोग न करके लॉकडाउन को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाए। सरकार के आदेश मिलने के बाद पुलिस अब बेवजह आम लोगों को परेशान करने का काम करने लगी है। ताजा मामला लखीमपुर में देखने को मिला है, जहां जिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरएस मधौरिया बुधवार को जिला अस्पताल कि अपनी ड्यूटी करने के उपरांत ट्रेनिंग पर लखनऊ जा रहे थे कि तभी एलआरपी से पहले ही खीरी पुलिस ने उनकी गाड़ी रोक ली। आरोप है कि इस दौरान शहर कोतवाल सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की। सदर कोतवाल ने डॉक्टर से मारपीट उनका ट्रेनिंग का लेटर भी फाड़ दिया। घटना के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी हैं। इसी तरह कानपुर में एक पत्रकार को बेवजह रोककर अभद्रता की। पत्रकार का आरोप है कि जिला प्रशासन से मिली सीमा अवधि पर वह पत्नी की दवा लेने के लिए गया था। घर वापस लौटते वक्त सागर मार्केट के चौराहे पर दारोगा सौरभ सिंह ने पत्रकार की मोटर साइकिल की चाभी निकाल ली। जब उसने खुद को पत्रकार बताया तो वह उनसे अभद्रता करने लगा। जब पत्रकार ने पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी से बात करायी तो दारोगा शांत हुआ, लेकिन मोटर साइकिल का चालान कर दिया। इसके अलावा कई जनपदों में पुलिस आम जनता से अभद्रता कर रही है तो कही लाठीचार्ज कर रही है। पुलिस की बर्बरता को लेकर पुलिस के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/राजेश-hindusthansamachar.in

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