आत्महत्या करने वाले किसान परिवार को अपमानित करने वाले बहा रहे घड़ियाली आंसू : कांग्रेस
रायपुर, 5 दिसम्बर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने शनिवार को बयान जारी कर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के आरोपों पर कहा कि राजनीति करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उनके गृह जिले कबीरधाम में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे थे, तब वह खामोश क्यों थे। कवर्धा जिले के किसान ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण कर्ज से परेशान बताया था और लिखा था कि “बने करे रमन“ इस पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह क्या कहेंगे। क्या अपनी सरकार के किसान विरोधी कार्यों पर जवाब देंगे। रमन राज के अंतिम तीन वर्षों में आठ सौ से अधिक किसानों ने आत्महत्या की थी। भाजपा ने वादा किया था कि 21 सौ रुपये धान समर्थन मूल्य और तीन सौ रुपये बोनस हर वर्ष दिया जाएगा, पर चुनाव जीतने के बाद भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किसानों को धोखा दिया और अब किसान मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। विकास तिवारी ने कहा कि बस्तर के जिस किसान ने आत्महत्या की है वह दुखद है प्रारंभिक जांच पर यह पता चला कि उनके परिवार में 4 वर्ष के पुत्र के निधन के बाद वह लगातार अवसाद ग्रस्त रहते थे इस विषय पर राजनीति करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिये की लगातार पंद्रह वर्षों के शासनकाल में प्रदेश के किसानों की दुर्दशा करने वाले भाजपा नेता अब किसान हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं, जबकि रमन राज में रोजाना औसतन दो किसान आत्महत्या किया करते थे। उस समय भाजपा के नेता खामोश क्यों थे। हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रनारायण शुक्ल-hindusthansamachar.in