कोरोना आपदा : पुलिस के सकारात्मक कार्यों की आवाज बनती 'आवाज़'
कोरोना आपदा : पुलिस के सकारात्मक कार्यों की आवाज बनती 'आवाज़'

कोरोना आपदा : पुलिस के सकारात्मक कार्यों की आवाज बनती 'आवाज़'

कोरोना में पुलिस कर्मियों की पगार दुगुना करने की वकालत समाज को पुलिस के प्रति बदलना चाहिए नज़रिया : पाल पंधारी भदोही, 09 जून (हि.स.)। कोरोना संक्रमण काल में लॉकडाउन के दौरान देश के राज्यों की पुलिस एक योद्धा के रूप में उभरी है। अपने सेवा और समपर्ण भाव से लोगों के दिलों में उतर गई है। लेकिन कभी ऐसा भी वक्त आता है जब उसका अमानवीय चेहरा लोगों को सोचने पर मज़बूर कर देता है। लेकिन 'आवाज़' नामक संस्था पुलिस के साथ मिलकर बेहतर काम कर रही है। यह संस्था सैनिकों की तरह ही पुलिस के सम्मान की बात करती है। आवाज संस्था के लिए काम करने वाले महाराष्ट्र के पाल पंधारी ने बताया कि हमारी संस्था देश भर में पुलिस और आम गरीब, असहाय की मदद के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर उन्हें न्याय दिलाती है। लोगों के प्रति जागरूक कर निस्वार्थ भाव पूरी निष्ठा के साथ सुचारू रूप से सेवाएं प्रदान करने में लगी हुई है। संस्थापक पाल पंधारी ने बताया कि सम्पूर्ण भारत में प्रत्येक राज्य-जिलों में पुलिस अधिकारियों से सम्पर्क कर पीड़ित लोगों के साथ पुलिस की आवाज़ बनी है। संस्था ने कोरोना काल जैसी आपदा में पुलिस कर्मियों की तनख्वाह दुगुना करने की वकालत करती है। संस्था का प्रयास है कि लोगों के दिलों दिमाग में पुलिस की जो नकारात्मक छबि है वह ख़त्म होनी चाहिए। यहीं वजह है कि पुलिस के अच्छे काम सामने नहीं आ पाते हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा सराहनीय कार्य को समाज में लाकर उनकी छवि को सुधरना मुख्य कार्य है। जिसकी वजह से हम पुलिस-प्रशासन की आवाज को बुलंद कर उनके हक में अपनी लड़ाई जारी रखते हैं। पाल पंधारी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष गगन सिंह व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र, राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी संदीप कासलकर और दिपक झा, महेन्द्र तिवारी और दिलीप सिंह ने भी पुलिस और संस्था के बीच सेतु का काम करते हैं। पुलिस-प्रशासन के प्रति दिन रात सेवाएं प्रदान करने को सदैव तत्पर रहती हैं। साथ ही मध्यप्रदेश के प्रभारी आशीष भगत जी ने बताया कि हम हमेशा पुलिस-प्रशासन के प्रति कार्यरत है और अनेक लोगों को भी इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं। समाज को पुलिस के प्रति नज़रिया बदलना होगा। कोरोना काल में पुलिस ने अलग छबि बनाई है। हिन्दुस्थान समाचार/प्रभुनाथ/राजेश-hindusthansamachar.in

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