उत्तराखंड के पहले कोरोना उत्कृष्टता केंद्र में विधिवत कामकाज शुरू
उत्तराखंड के पहले कोरोना उत्कृष्टता केंद्र में विधिवत कामकाज शुरू

उत्तराखंड के पहले कोरोना उत्कृष्टता केंद्र में विधिवत कामकाज शुरू

देहरादून, 19 जून (हि.स.)। उत्तराखंड को कोरोना मरीजों का बड़े पैमाने पर इलाज करने के लिए शुक्रवार को राज्य की राजधानी में अपनी तरह का पूर्ण रूप से सभी सुविधाओं से लैस पहला समर्पित उत्कृष्टता केंद्र मिल गया। राज्य स्वास्थ्य विभाग के चार साल पुराने देहरादून स्थित राज्य सरकार के स्वामित्व वाले दून मेडिकल कॉलेज को इस उद्देश्य के लिए उत्कृष्टता केंद्र घोषित करने के एक दिन बाद शुक्रवार को सबसे घातक वायरस रोगियों के लिए समर्पित इस उत्कृष्टता केंद्र ने काम करना शुरू कर दिया। दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों के रिकवरी प्रतिशत में अप्रत्याशित वृद्धि के मद्देनजर इस आशय का फैसला लिया गया। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा, "हम सरकार द्वारा संचालित इस चिकित्सा केंद्र में कोरोना संक्रमित मामलों में रिकवरी दर को 69 प्रतिशत तक छूने में सक्षम हैं । देश में यह रिकवरी दर लगभग 54 प्रतिशत और उत्तराखंड में यह लगभग 66.90 प्रतिशत है।" डॉ. सयाना के अनुसार हर गुजरते दिन के साथ कोरोना संक्रमण के बढ़ते पॉजिटिव केस की संख्या को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों से 100 विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम, 200 नर्सों और 20 तकनीशियनों के साथ 24 घंटे के लिए सेवा में लगाया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगियों को सर्वोत्तम उपचार दिया जाए । राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को 25 और कोरोना पॉजिटिव मामलों के साथ उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2127 हो गई। इनमें से 1423 मरीज स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से अपने घर जा चुके हैं। फिलहाल राज्य में कुल 663 मरीज विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने सीमावर्ती जिले चमोली सहित सभी 13 जिलों के जिला अधिकारियों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार के कोरोना से संबंधित दिशा-निर्देशों का हर जगह लोगों द्वारा कड़ाई से पालन किया जाए, ताकि कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिल सके । इन दिशा-निर्देशों में फेस मास्क का अनिवार्य उपयोग और वदूरदराज के स्थानों पर भी शारीरिक दूरी को कड़ाई से बनाए रखना शामिल है । राज्य के डीजीपी अनिल के रतूड़ी ने शुक्रवार को वीडियो संदेश जारी कर प्रदेशवासियों को अनलॉक के दौर में आवश्यक दिशा -निर्देशों का उल्लंघन करने की दशा में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के वरिष्ठ डॉक्टरों ने बताया कि वहां अब तक 7,066 कोरोना संक्रमित मामलों का परीक्षण किया गया है । उनके मुताबिक करीब 277 मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए और 10 दिन के भीतर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना के 51 मरीज अभी भी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में भर्ती हैं । इलाज के दौरान जहां चार मरीजों की मौत हो गई, वहीं नौ आईसीयू में हैं और एक मरीज अभी वेंटिलेटर पर है। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/मुकुंद-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in