परिवहन निगम की 4200 सड़क पर, नहीं मिल रहे पर्याप्त यात्री
परिवहन निगम की 4200 सड़क पर, नहीं मिल रहे पर्याप्त यात्री

परिवहन निगम की 4200 सड़क पर, नहीं मिल रहे पर्याप्त यात्री

लखनऊ, 09 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) ने पूरे प्रदेश में करीब 4200 बसें यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क पर उतारी हैं। फिलहाल सीमित बसों के संचालन में भी यात्रियों की पर्याप्त संख्या नहीं मिल रही है। इससे परिवहन निगम प्रबंधन चिंतित हो गया है। रोडवेज ने गत एक जून से सूबे में अतंरजनपदीय बसों का संचालन शुरु किया है। परिवहन निगम के पास 12000 बसों का बेड़ा है लेकिन यात्रियों की पर्याप्त संख्या न होने की वजह से अभी करीब 4200 बसों का संचालन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। अभी तक एक जून से पूरे प्रदेश में अधिकतम यात्रियों की संख्या सिर्फ तीन लाख को पार कर पाई है। जबकि लॉकडाउन के पहले राजधानी लखनऊ के कैसरबाग, चारबाग और आलमबाग बस अड्डे से रोजाना 12 हजार से अधिक यात्री सफर करते थे। इन तीनों बस अड्डों से अभी तक करीब पांच हजार यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे हैं। यात्रियों की संख्या पर्याप्त नहीं होने की वजह से अब परिवहन निगम प्रबंधन तंत्र चिंतित हो गया है। रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए आठ वेबसाइट को परिवहन निगम की वेबसाइट यूपीएसआरटी.कॉम से लिंक किया जा रहा है। परिवहन निगम प्रबंधन को उम्मीद है कि रोडवेज बसों की बुकिंग के लिए आठ और वेबसाइट होने से यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। इससे यात्री डग्गामार बसों में यात्रा करने से बचेंगे। परिवहन निगम की 12 हजार बसों से आम दिनों में करीब 16 से 17 लाख यात्री प्रतिदिन सफर करते थे। इससे परिवहन निगम के खाते में रोजाना करीब 14 से 15 करोड़ जमा होते थे। लेकिन कोरोना की वजह से यात्रियों की पर्याप्त संख्या न मिलने से सीमित बसों का ही संचालन किया जा रहा है। इससे परिवहन निगम को भारी नुकसान हो रहा है। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने मंगलवार को बताया कि रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। अभी कोरोना से बचाव के लिए यात्री बहुत जरुरी होने पर ही सफर कर रहे हैं। इसलिए यात्रियों की औसत संख्या लॉकडाउन के पहले के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे कोरोना का फैलाव रुकेगा यात्री बढ़ते जाएंगे। यात्रियों के बढ़ने पर पूरा बसों का बेड़ा सड़क पर आ जाएगा। फिलहाल अभी सुरक्षित संचालन को देखते हुए सीमित बसों का बेड़ा ही सड़क पर उतारा गया है। ताकि कोरोना के फैलाव को रोका जा सके। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/दीपक-hindusthansamachar.in

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