दो और पार्सल विशेष ट्रेनों की चार सेवाएं चलाएगी पश्चिम रेलवे
दो और पार्सल विशेष ट्रेनों की चार सेवाएं चलाएगी पश्चिम रेलवे

दो और पार्सल विशेष ट्रेनों की चार सेवाएं चलाएगी पश्चिम रेलवे

करम्बेली- न्यू गुवाहाटी और कांकरिया- कटक के बीच होगा परिचालन मुंबई, 11 जून, (हि. स.)। पश्चिम रेलवे की पार्सल ट्रेनें आवश्यक वस्तुओं के बड़े पैमाने पर परिवहन के साथ-साथ दवाइयां, चिकित्सा उपकरण, खाद्यान्न इत्यादि की आपूर्ति के माध्यम से लोगों की निरंतर सेवा कर रही हैं। इस पहल से राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को चालू रखने में उल्लेखनीय मदद मिली है। इसी क्रम में कुल 4 सेवाओं वाली दो और पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाने का निर्णय लिया गया है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर के अनुसार कुल चार सेवाओं के साथ दो और पार्सल विशेष ट्रेनें करम्बेली - नई गुवाहाटी और कांकरिया - कटक के बीच चलाने की योजना है। करम्बेली - नई गुवाहाटी पार्सल विशेष ट्रेन (2 यात्राएं) : ट्रेन नंबर 00903 करम्बेली - नई गुवाहाटी पार्सल विशेष ट्रेन 11 जून, 2020 को 18.00 बजे करम्बेली से रवाना होगी और 13 जून, 2020 को 15.30 बजे नई गुवाहाटी पहुंचेगी। इसी तरह, ट्रेन नंबर 00904 न्यू गुवाहाटी - करम्बेली पार्सल स्पेशल ट्रेन 14 जून, 2020 को नई गुवाहाटी से 05.00 बजे प्रस्थान करेगी और 16 जून, 2020 को 03.20 बजे करम्बेली पहुंचेगी। यह ट्रेन भुसावल जंक्शन, खंडवा, इटारसी जंक्शन, जबलपुर, कटनी, सतना, पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, पाटलिपुत्र, सोनपुर, कटिहार, न्यू जलपाईगुड़ी और न्यू बोंगाईगांव स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में रुकेगी। कांकरिया - कटक पार्सल विशेष ट्रेन (2 यात्राएं) : ट्रेन संख्या 00941 कांकरिया - कटक पार्सल विशेष ट्रेन 15 जून 2020 को 02.30 बजे कटक पहुंचने के लिए 13 जून 2020 को कांकरिया से 18.30 बजे प्रस्थान करेगी। इसी प्रकार, ट्रेन संख्या 00942 कटक - कांकरिया पार्सल विशेष ट्रेन 16 जून को कटक से 19.30 बजे छूटेगी और 18 जून, 2020 को 03.15 बजे कांकरिया पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में आणंद, रतलाम, उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, कटनी मुरवारा, बिलासपुर, झारसुगुड़ा रोड, संबलपुर सिटी और तालचेर रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। भाकर ने बताया कि 23 मार्च से 9 जून, 2020 तक अपनी 321 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से पश्चिम रेलवे द्वारा 53 हजार टन वजन वाली अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन किया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि शामिल हैं। इस परिवहन के जरिए होने वाली कमाई 16.91 करोड़ रुपये रही है। इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा चालीस दुग्ध विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं, जिनमें 29 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 5.10 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह, 276 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियों को लगभग 21 हजार टन भार वाली आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाया गया, जिनके लिए अर्जित राजस्व 10.74 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा, 2378 टन भार वाले 5 इंडेंटेड रेक भी 1.07 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व के लिए 100% उपयोग के साथ चलाए गए। उन्होंने बताया कि 10 जून, 2020 को पश्चिम रेलवे से दूध की एक रेक सहित पांच पार्सल विशेष ट्रेनें बांद्रा टर्मिनस - ओखा, ओखा - बांद्रा टर्मिनस, बांद्रा टर्मिनस - लुधियाना और पोरबंदर -शालीमार के रूप में रवाना हुईं। उन्होंने बताया कि 22 मार्च से 9 जून, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 5902 रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 11.72 मिलियन टन की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है। 11,620 मालगाड़ियों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया है, जिनमें 5,850 ट्रेनों को सौंपा गया और 5,770 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर ले जाया गया। पार्सल वैन / रेलवे मिल्क टैंकरों (आरएमटी) के 322 मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए भेजे गए। लॉकडाउन के कारण नुकसान और रिफंड अदायगी : भाकर ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे की कुल कमाई का अनुमानित घाटा 1247 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 177.43 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1069.80 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल हैं। इसके बावजूद अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप, पश्चिम रेलवे ने 325.50 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। गौरतलब है कि इस रिफंड राशि में अकेले मुंबई डिवीजन ने 151.93 करोड़ रुपये का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 49.87 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार उनकी वापसी राशि प्राप्त की है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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