सहिया एवं सहिया साथी के मुश्किलों का अंत नहीं
सहिया एवं सहिया साथी के मुश्किलों का अंत नहीं

सहिया एवं सहिया साथी के मुश्किलों का अंत नहीं

देवघर, 13 जून(हि. स.)। ग्रामीण परिवेश की प्रसूति महिलाओं की सुरक्षा में लगीं रहने वाली सहिया साथी जो नवजात शिशु देख भाल में भी अहम भूमिका निभातीं है इन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है । इसके बावजूद ये सहिया एवं सहिया साथी पूरी तन्मयता के साथ दिन-रात सेवा में जुटी रहती हैं। ज्ञात हो कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में सहिया साथी एक मजबूत कड़ी मानीं जाती हैं। इनका कार्य प्रसूति महिला सुरक्षा,नवजात शिशु देखभाल,डेढ़ साल की उम्र तक के बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण और रख रखाव की जानकारी देना इनकी कार्यों में शुमार है ।इसके अतिरिक्त ऊपर कागजी कामों की भी बोझ रहता है। इतना ही नहीं, कोरोना जैसे महामारी वाले समय में प्रवासी मजदूरों की जानकारी प्राप्त करना और उसकी जानकारी वरीय अधिकारी तक पहुंचानें में अपनी अहम भूमिका निभा रहीं हैं । सहिया एवं सहिया साथी अल्प मानदेय भोगी कर्मी हैं जिनका कार्य दिवस महीना के 20 दिन का होता है किन्तु कोरोना महामारी के दौरान लगातार पूरे माह दिन रात अपनी ड्यूटी निभाने में जुटी रहतीं हैं । सहिया एवं सहिया साथी के संदर्भ में यह अजीब बिडम्बना है कि इन्हें दी जाने वाली मानदेय सहिया को 2000 एवं सहिया साथी को 6000 रुपया 20 कार्य दिवस के विरुद्ध किया जाता है। जबकि दैनिक मजदूरी के लिहाज से भी शून्य है । त्रासदी भोगती यह सहिया एवं सहिया साथी फोटोकॉपी,कागज़,स्टेशनरी आदि के खर्चे का वहन करतीं हैं । सवाल उठता है क्या इनके साथ यह न्यायोचित है? कभी कभी तो बीटीटी जो इनके वरीय कर्मी कहे जाते हैं और अपने आप को बड़े अधिकारी मानते है उनके द्वारा भी इन पर दबाव बनाया जाता है पर हम यह भूल जाते हैं नारी सशक्तिकरण के इस दौर में हम नारी का सम्मान कम शायद आज भी अपमान ज्यादा कर रहे हैं । बरहाल सरकार की तरफ ये लोग एक आशा भरी नजर से देख रहे हैं कभी तो इनकी भी सुनी जाएगी। इस सम्बंध में जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर परवीन कुमार भी मानते हैं कि सहिया साथी ग्रामीण परिवेश में स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की एक अहम और मजबूत कड़ी हैं जो लोगों के घर घर पहुंचकर मातृत्व सुरक्षा और कल के भविष्य की रक्षा में अपना अहम योगदान दे रहीं हैं । इतना ही नहीं समय समय पर इन्हें विभिन्न प्रकार के सर्वे का कार्य भी सौंपा जाता है जो काफी अहम होता है। हिन्दुस्थान समाचार/चन्दन/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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