12500 फीट ऊपर केदार कांटा में माइनस 12 डिग्री में लहराया 95 फीट लंबा तिरंगा, बनाया विश्व रिकॉर्ड
छह राज्यों से पहुंचे 26 लोगों की टीम ने केदार कांटा में की ट्रेकिंग, धमतरी के टकेश्वर के भी हुए शामिल धमतरी, 02 जनवरी ( हि. स.)। इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन द्वारा केदार कांटा पर ट्रैकिंग 26 दिसम्बर से एक जनवरी तक आयोजित थी। इसमें छत्तीसगढ़ से दो लोगों का चयन हुआ, जिसमें धमतरी जिले से टकेश्वर साहू व राजनांदगांव से ममता निषाद शामिल हुए। उन्होंने 12 हजार 500 फीट ऊपर पहुंचकर 95 फीट तिरंगा लहराया। इसमें छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश से 26 लोग शामिल हुए। टकेश्वर साहू ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि 26 दिसंबर को सांकरी से प्रारंभ किए। पहले दिन ही मौसम खराब रहा। पहले दिन की ट्रेकिंग नहीं हो पाई। दूसरे दिन 27 दिसंबर को मौसम साफ होने के बाद सभी ट्रेकर्स सुबह नौ बजे आगे बढ़े। यहां से जुड़ा तालाब के नीचे जनुला बेस कैंप पहुंचकर विश्राम की तैयारी किए। तीसरे दिन फिर से मौसम खराब हो गया है। बर्फ गिरने लगी। बर्फीले तूफान के कारण सारे रास्ते बंद हो गए, जिससे नीचे से सेटेलाइट फोन के माध्यम से रुकने के आदेश आए और आगे नहीं बढ़ पाए। जनूला बेस कैंप में तापमान माइनस 12डिग्री चला गया। कुछ लोगों की तबियत बिगड़ने लगी। लोगों को लगने लगा की ट्रैक अधूरा रह जाएगा। इस दौरान इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इफ्राहिम अहमद ने सभी का हौसला बढ़ाया और कहा कि हमारे पास पर्याप्त समय है। 29 दिसंबर को भी बर्फ गिरने लगा। कुछ देर बार सूरज निकला और बर्फ पिघलने लगी। सभी ने ठान लिया कि अब सीधे बिना रूके ही चढ़ाई करेंगे। सुबह साढ़े आठ बजे सभी एक साथ हर हर महादेव के नारों के साथ ट्रैकिंग शुरू की और बिना रुके तेज रफ्तार से 8 घंटे में सीधे बेस कैंप से ही चढ़ाई पूरी की। अंतिम 300 मीटर में फिर से बर्फीले तूफान आया। एक-दूसरे से अलग-अलग थे। गिरने लगे, इस दौरान सभी एक-दूसरे को पकड़कर पत्थर के नीचे बैठ गए। तूफान कम होने तक एक की तबीयत खराब हो गई और आगे नहीं बढ़ पाए। दोपहर 3.30 बजे टकेश्वर साहू ने इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के 21 ट्रैकर्स के साथ 12500 ट्रैकिंग फिट ऊपर केदार कांटा में 95 फीट तिरंगा लहरा कर राष्ट्रगान व सारे जहां से अच्छा गाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन का दूसरा विश्व रिकॉर्ड है। इसके पहले माउंट फ्रेंडशिप पिक मनाली के ट्रेकिंग में शामिल होकर 50 फिट लंबा तिरंगा लहराया था। वापस नीचे आते समय बर्फीले तूफान के कारण रास्तों में काले बर्फ पड़ गए थे। इससे नीचे आते समय, केदार कांटा बेस कैंप में रुकना पड़ा। 30 दिसम्बर को काले बर्फ में मुश्किलों के साथ सभी सुबह 9 बजे एक साथ बेस कैंप से निकले और शाम 7 बजे सांकरी पहुंचे। इस ट्रैक का नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष इफ्राहीम अहमद ने किया। ट्रैक को सफलता पूर्वक कराने में लीडर छेरिंग डोलकर, अमित कुमार, प्रमोद राणा, अनिल राणा, रिहान आदि का योगदान रहा। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in