कानपुर के राजेन्द्र की आंख से दो लोगों ने देखी दुनिया
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कानपुर के राजेन्द्र की आंख से दो लोगों ने देखी दुनिया

- मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग ने किया सफल प्रत्यारोपण कानपुर, 10 जून (हि.स.)। कृष्णा नगर के राजेन्द्र अरोड़ा ने नेत्रदान का संकल्प लिया था और मौत के बाद बीते दिनों उनका नेत्रदान मेडिकल कॉलेज में किया गया था। इसके बाद विश्व नेत्रदान दिवस पर उसकी आखें फतेहपुर और कानपुर देहात के दो लोगों को प्रत्यारोपण कर दी गयी। जिससे अब वह लोग राजेन्द्र की आखों से दुनिया को देख सकेंगे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग ने कार्निया का सफल प्रत्यारोपण कर दिया। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आरती लाल चंदानी ने कहा कि शासन की तरफ से नई गाइडलाइंस आने के बाद से कार्निया प्रत्यारोपण की प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है। गौरतलब हो कि कुछ दिनों पहले कृष्णानगर में रहने वाले राजेंद्र अरोड़ा का निधन हो गया था। नेत्रदान के संकल्प की वजह से मेडिकल कॉलेज की टीम ने उनका कार्निया सुरक्षित निकाला था। राजेंद्र अरोड़ा के कार्निया का प्रत्यारोपण फतेहपुर के हरनाम सिंह और कानपुर देहात के अनूप को कराया गया। हरनाम की आंख इंफेक्शन और अनूप की आंख में रक्त जमा होने की वजह से उसकी रोशनी चली गई थी। मेडिकल कॉलेज की नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन ने दोनों का कार्निया प्रत्यारोपण कर इनकी आंख को नया जीवन दिया। डॉक्टर शालिनी मोहन ने बताया कि देश में 22 लाख और उत्तर प्रदेश में दो लाख ऐसे लोग हैं जो कॉर्निया की खराबी से ग्रसित हैं और इनका उपचार तभी संभव है जब लोग नेत्रदान हेतु आगे आएं और इसमें पूर्ण रूप से सहयोग करें। यहां पर डॉक्टर श्वेता सिंह, डॉक्टर स्नेहा, डॉक्टर लुबना अहमदऔर डॉक्टर दिनेश मौजूद रहें। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in

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