आडियो मामला: आरोपी पृथ्वी सिंह ने वापिस ली जमानत याचिका
आडियो मामला: आरोपी पृथ्वी सिंह ने वापिस ली जमानत याचिका

आडियो मामला: आरोपी पृथ्वी सिंह ने वापिस ली जमानत याचिका

शिमला, 09 जून (हि.स.)। स्वास्थ्य विभाग में पीपीई किट को लेकर पांच लाख रूपये के लेन-देन से जुड़े आडियो मामले में रिमांड पर चल हरे आरोपी पृथ्वी सिंह ने जमानत की याचिका वापिस ले ली है। जिला एवं सत्र अदालत में उसकी जमानत पर मंगलवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन आरोपी के वकील ने जमानत याचिका विद्ड्रा कर ली। विजिलेंस की एसआईटी ने 6 जून की रात्रि आरोपी को गिरफ्तार किया था। अगले दिन अदालत में पेश करने के बाद विजिलेंस ने उसे पांच दिन के रिमांड पर ले लिया, जो 11 जून को पूरा होगा। इस दौरान आरोपी ने जमानत के लिए अदालत में याचिका दायर की थी। पृथ्वी सिंह एक कंपनी का एजेंट है। यह वह शख्स है, जिसने निलंबित स्वास्थ्य निदेशक का रिश्वत मांगने को लेकर ऑडियो बनाया था, जो कि तेजी से वायरल हो गया था। 43 सैकण्ड की आडियो क्लिप में पृथ्वी सिंह और तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक डाॅक्टर एके गुप्ता के बीच पांच लाख रूपये के लेन-देन की बात हो रही है। एसआईटी ने दावा किया है कि आरोपी पृथ्वी सिंह के जब्त किए गए मोबाइल फोन की फारेंसिंक जांच में तीन अन्य आडियो क्लिप पाई गई हैं। इन आडियो क्लिप में खुलासा हुआ है कि पृथ्वी सिंह और तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक पीपीई किट की खरीद-फरोख्त को लेकर सांठगांठ कर रहे हैं। पीपीई किट का सप्लाई आर्डर हासिल करने के लिए पृथ्वी सिंह द्वारा निदेशक को तीन लाख रूपये घूस देने की पेशकश की गई, जबकि निदेशक दो लाख रूपये ज्यादा लेने की मांग कर रहा था। इस मामले की तह तक जाने के लिए एसआईटी को अब वायस सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। एसआईटी ने दोनों आरोपियों के वायस सैंपल मिलान के लिए फारेंसिक लैब जुन्गा भेजे हैं। बात दें कि कोरोना संकट में लेन-देन का आडयो वायरल होने के तुरंत बाद विजिलेंस ने गत 20 मई को एफआईआर दर्ज कर तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक डाॅक्टर अजय गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अजय गुप्ता बीमार पड़ गए थे और इसके बाद उन्हें आईजीएमसी शिमला में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया था जहां 25 मई तक उनका उपचार चला। 25 मई को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अजय गुप्ता को शिमला की कैथू जेल में ले जाया गया तथा 26 मई को शिमला के जिला व सत्र न्यायाधीश की अदालत ने उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। 30 मई को अदालत ने स्वास्थ्य निदेशक को जमानत पर रिहा कर दिया था। इस मामले से सियासी भूचाल तब आया, जब आरोप लगने के बाद राजीव बिंदल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले में सतारूढ़ भाजपा सरकार पर लगातार हमले बोल रही है। विपक्षी नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस्तीफे की मांग की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील-hindusthansamachar.in

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