कांवड़ यात्रा पर कोरोना का संकट, परशुरामेश्वर महादेव मंदिर के अब तक नहीं खुले कपाट
कांवड़ यात्रा पर कोरोना का संकट, परशुरामेश्वर महादेव मंदिर के अब तक नहीं खुले कपाट

कांवड़ यात्रा पर कोरोना का संकट, परशुरामेश्वर महादेव मंदिर के अब तक नहीं खुले कपाट

बागपत, 13 जून (हि.स.)। जनपद में परशुरामेश्वर मंदिर के कपाट अभी तक नहीं खुले हैं। कहने का मतलब अभी कि कोरोना का संकट खत्म नहीं हुआ है। इसे देखते हुए इस बार कांवड़ यात्रा पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। एक माह पहले तैयारी में जुट जाने वाला प्रशासन अभी शांत है और मंदिर समिति ने भी कांवड़ यात्रा को लेकर कोई तैयारी नहीं की है। सावन माह की शिवरात्रि देश दुनिया में प्रसिद्ध है और करोड़ों शिवभक्त कांवड़िये इस दिन अपने आराध्य देव भगवान भेलेनाथ के दर्शन करते हैं और मां गंगा के पावन जल से उनका जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित करते हैं। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से भी शिव भक्तों का जन सैलाब बागपत में दिखाई देता है। लाखों शिवभक्त बागपत के भगवान परशुरामेश्वर महादेव का गंगाजल से जलाभिषेक करते हैं और अपने गंतव्य को लौट जाते हैं। इस श्रावणी कांवड़ यात्रा की तैयारी यूपी और उत्तराखंड में एक माह पहले से ही शुरू हो जाती है जिसमें बागपत जनपद प्रशासन भी एक माह पहले से ही तैयारियों में जुट जाता है। बागपत के पुरामहादेव गांव स्थित परशुरामेश्वर महादेव मंदिर को भव्य सजाया जाता है। लेकिन इस बार सब फीका- फीका ही नजर आ रहा है। कोरोना का संकट कांवड़ यात्रा पर भी साफ दिखाई देने लग गया है। आगामी 19 जुलाई को महाशिवरात्रि का पावन पर्व है और इसकी तैयारी को लेकर अभी तक कोई गतिविधि नहीं दिखाई दे रही है। इसी बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस मंदिर पर तैयारियां होती हैं, उस परशुरामेश्वर महादेव मंदिर के कपाट तक नहीं खुले हैं। मुख्य पुजारी जयभगवान शर्मा का कहना है कि अभी कोई स्थिति साफ नहीं है। कांवड़ मेले को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। मंदिर के कपाट तक अभी नहीं खोले गये हैं और न ही मंदिर में कोई तैयारी चल रही है। जिला प्रशासन ने भी अभी तक कांवड़ मेले और यात्रा को लेकर कोई बैठक अभी तक नहीं की है। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन त्यागी-hindusthansamachar.in

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