माकपा ने कोविड अस्पतालों की अव्यवस्था पर उठाए सवाल
माकपा ने कोविड अस्पतालों की अव्यवस्था पर उठाए सवाल

माकपा ने कोविड अस्पतालों की अव्यवस्था पर उठाए सवाल

शिमला, 02 जून (हि.स.)। माकपा ने हिमाचल प्रदेश में कोविड अस्पतालों की अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार का कोरोना को लेकर लापरवाही भरा रवैया है और जमीनी स्तर पर कोई काम दिखाई नहीं दे रहा है। माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य संजय चाैैहान, राकेश सिंघा और कुलदीप सिंह तनवर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि राजधानी शिमला के कोरोना डेडिकेटेड रिपन अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। शहर के बीचों-बीच स्थित इस अस्पताल में वेंटिलेटर, पाइप लाइन से ऑक्सिजन, लैब व ईसीजी आदि उपलब्ध ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सोलन जिला में कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों को रिपन असपताल शिमला भेजा गया है, जबकि सोलन में एमएमयू निजी अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाया गया है। रिपन अस्पतला में मूलभूत सुविधाओं की कमी की वजह से दोनों मरीजों को आईजीएमसी को भेजना पड़ा। इससे सरकार की कोविड की तैयारियों पर प्रश्नचिन्ह लग गया है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दौरान की गई स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद पर जो पहले ही आरोप लगे हैं, उनको भी इस घटना ने पुख्ता किया है। माकपा नेताओं ने इस लचर व्यवस्था व लापरवाही की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई और कहा कि आखिर किसके आदेश पर दो कोरोना संक्रमित मरीजों को सोलन के एमएमयू अस्पताल न भेज कर रिपन अस्पताल शिमला भेजा गया। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध तुरन्त सख्त कार्यवाही की जाए तथा स्वास्थ्य विभाग में कथित घोटालों की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान जज की निगरानी में की जानी चाहिए। उन्होंने कोरोना संकट में स्वास्थ्य विभाग में डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत हुई तमाम खरीददारी पर श्वेतपत्र जारी करने की भी मांग उठाई है। हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील-hindusthansamachar.in

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