तकरीबन 300 या 400 साल भर पहले भीलवाड़ा शहर की स्थापना की गई थी, जहां पर सूती कपड़ों, धातु के बर्तन, अनेकों हस्तकलाओं का व्यापार किया जाता है। यह शहर अपनी एतिहासिक संस्कृतिक, प्राकृतिक सुन्दरता तथा शांति के लिए जाना जाता है। मान्यता है कि यहां प्राचीनकाल में भील रहा करते थे, जिसके कारण इस शहर का नाम भीलवाड़ा पड़ गया, लेकिन आज इस क्षेत्र में कुछ ही संख्या के भील रह गये हैं। भीलवाड़ा में कई लोकप्रिय मेले तथा त्यौहार मनाए जाते हैं, जैसे कि गणेश मेला, रामदेव जी का मेला, बदनौर मेला, आदि शामिल है। इस शहर में अनेकों दर्शनीय स्थल भी है जो इस भांति है- बिजोलिया, मेनाल, बदनोर आदि।
भीलवाड़ा जाने के लिए सबसे समीप हवाई अड्डा उदयपुर हवाई अड्डा है जो 165 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से भी यहां पहुंचा जा सकता है तथा सड़क मार्ग द्वारा भी भीलवाड़ा का दौरा कर सकते हैं।
भीलवाड़ा जाने के लिए सही समय अक्टूबर से मार्च तक का माह माना जाता है।