राजस्थान स्थित भरतपुर शहर का इतिहास कई सदियों का है, जहां देश का सबसे प्रसिद्ध पक्षी अभ्यारण्य है। पक्षी प्रेमियों का यह स्वर्ग 29 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। ऐतिहासिक दृष्टि से इस नगर की स्थापना राजा सूरजमल ने 1733 में सोगडिया जाट सरदार रुस्तम को हराकर की थी। कई और अन्य मान्यताएँ है, जिनमें से एक के अनुसार इस नगर का नाम राम के छोटे भाई भरत के नाम पर रखा गया है।
भरतपुर, यातायात के तीनों माध्यम द्वारा पहुँचा जा सकता है। भरतपुर पहुँचने के लिए हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहाँ जाने के लिए रेलमार्ग भी उत्तम माध्यम है जो भरतपुर को कई राज्यों से जोड़ता है। सड़क मार्ग का इस्तेमाल करने वालों के लिए भी अच्छे इंतजाम राज्य परिवहन द्वारा किए गए हैं।
राजस्थान की जलवायु समयानुसार बदलती रहती है, इसलिए यहाँ गर्मियों में अधिक गर्मी पड़ती है। अत: भरतपुर घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय उत्तम है