खेल मंत्री रिजिजू ने पुणे में किया खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ
नई दिल्ली, 18 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को पुणे के म्हालुंगे-बालेवाड़ी में शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (केआईएससीई) का शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्री द्वारा औपचारिक तौर पर उद्घाटित किया गया यह नौवां केआईएससीई है। अब यह खेल परिसर ओलंपिक्स के लिए तीन प्रमुख खेलों शूटिंग, एथलेटिक्स और साइकिलिंग पर ध्यान केंद्रित करेगा। खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आज का दिन न केवल महाराष्ट्र के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र बहुत बड़ा राज्य है और यहां की क्षमता से भी वो वाकिफ हैं। सभी एथलीटों के विकास के लिए हर प्रकार से सहयोग करने को खेल मंत्रालय तैयार है, जो भविष्य में भी जारी रहेगा। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने महाराष्ट्र सरकार के खेल मंत्री सुनील केदार की उपस्थिति में इस बात की भी पुष्टि की कि सरकार हर संभव तरीके से खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि ‘हमने देश के सभी जिलों में 1000 खेलो इंडिया सेंटर बनाने की नीतियां बनाई हैं। सभी ग्रामीण छात्र अपने खेल अभ्यास को जारी रखने के लिए सभी सुविधाओं और सहायता का लाभ उठा सकते हैं। बदले में इन जिलों के सभी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को केआईएससीई में विशिष्ट एथलीट बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को हाथ में काम करना होगा और सामूहिक रूप से हमें अपनी खेल संस्कृति को मजबूत रखने के लिए मिलकर काम करना होगा।’ भारत को 2028 के ओलंपिक में शीर्ष 10 देशों में से एक बनाने के लिए, खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (केआईएससीई) यह सुनिश्चित करेगा कि एक निश्चित खेल में कुशल एथलीटों को विश्व स्तरीय विशेष प्रशिक्षण दिया जा सके। इस तरह यह सर्वोत्तम सुविधाओं वाला केंद्र बन जाए। इसी दिशा में पुणे का खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (केआईएससीई) सड़क और ट्रैक साइकिल प्रदान करने में समर्थन के अलावा 25 मीटर इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्य शूटिंग रेंज के संचालन के लिए आर्थिक रूप से नवीकरण के लिए समर्थित होगा। यहां खेल विज्ञान बैकअप, कोचों की सगाई, सहायक कर्मचारी, खेल उपकरण और बहुत कुछ के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) नियमित आधार पर तकनीकी विशेषज्ञता और सहायता प्रदान करता रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश-hindusthansamachar.in