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शुरुआती वर्षों में अपनी गेंदबाजी में गति जोड़ने के महत्व को कभी महसूस नहीं किया : भुवनेश्वर कुमार

नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का कहना है कि उन्होंने शुरुआती वर्षों में अपनी गेंदबाजी में गति जोड़ने के महत्व को कभी महसूस नहीं किया, लेकिन एक बार ऐसा करने के बाद, उन्हें उस स्विंग को बनाए रखने में मदद मिली। उन्होंने अपनी आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "ईमानदारी से कहूं तो पहले कुछ वर्षों में मुझे नहीं पता था कि गेंदबाजी में गति कुछ ऐसी है जिसे जोड़ने की जरूरत है।" उन्होंने कहा," जैसे-जैसे मैं खेलता गया, मुझे लगा कि स्विंग के साथ मुझे अपनी गति में सुधार करने की आवश्यकता है क्योंकि 120 केपीएच या सिर्फ 130केपीएच में गेंदबाजी करने से बल्लेबाज स्विंग को समायोजित कर रहे थे। इसलिए, मैं गति बढ़ाना चाहता था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि इसे करना कैसे है।" 31 वर्षीय भुवनेश्वर ने अब तक 21 टेस्ट में 63 विकेट, 117 एकदिवसीय और 48 टी 20 में 138 और 45 विकेट लिए हैं। उन्होंने कहा,"सौभाग्य से, मैं गति में सुधार करने में सक्षम था और इससे मुझे बाद के चरणों में वास्तव में मदद मिली। तो हाँ, जब आपके पास गति हो, 140 से अधिक की गति नहीं, लेकिन 130 के मध्य में गेंदबाजी करने से उस स्विंग को बनाए रखने और बल्लेबाज पर दबाव बनाए रखने में मदद मिलती है।" भुवनेश्वर चोटों से परेशान हैं और साउथेम्प्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए वह भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील

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