घर की मुर्गी रिव्यू: महिला दाल नहीं पकवान है, 19 मिनट की छोटी लेकिन वजनदार फिल्म
घर की मुर्गी रिव्यू: महिला दाल नहीं पकवान है, 19 मिनट की छोटी लेकिन वजनदार फिल्म

घर की मुर्गी रिव्यू: महिला दाल नहीं पकवान है, 19 मिनट की छोटी लेकिन वजनदार फिल्म

["निर्देशक- अश्विनी अय्यर तिवारी, कथा- नितेश तिवारीकलाकार-साक्षी तंवर,अनुराग अरोड़ाओटीटी- सोनी लिवघर की मुर्गी दाल बराबर। इसी कहावत को गलत साबित करती हुई एक सटीक संदेश देती है, निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी की ये छोटी मगर मोटी फिल्म। दंगल फेम नितेश क्लिक »-hindi.filmibeat.com

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