सहरसा जिला में जून माह से मनाया जा रहा है मलेरिया दिवस
सहरसा जिला में जून माह से मनाया जा रहा है मलेरिया दिवस

सहरसा जिला में जून माह से मनाया जा रहा है मलेरिया दिवस

सहरसा,23 जून(हि.स.)। मानसून आने के पहले प्रत्येक वर्ष पूरे जून को मलेरिया माह के रुप में मनाया जाता है। जिले में भी यह माह पूरे महीने मनाया जा रहा है। इस संबंध में संचारी रोग रोकथाम पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार ने मंगलवार को कहा कि मलेरिया के रोकथाम के लिए प्रत्येक पीएचसी को मलेरिया से बचाव व लक्षण वाले पोस्टर और बैनर दिए गये हैं। वहीं हरेक पीएचसी में मलेरिया किट भी जांच के लिए तथा दवा के रुप में क्लोरोक्वीन की दवाएं पहले से ही पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गयी हैं। मलेरिया बुखार एक संक्रामक रोग है जो व्यक्ति को मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है इस मच्छर में एक विशेष प्रकार का परजीवी पाया जाता है जिसे डॉक्टरी भाषा में प्लास्मोडीयम कहा जाता है । गौर करने वाली बात यह है कि इस मादा मच्छर में पाए जाने वाले प्लाजमोडीयम की 4 प्रजातियां होती है । मच्छर के काटने से प्लास्मोडीयम नामक प्रोटोजोआ शरीर में चला जाता है और रोगी के शरीर में कई गुना वृद्धि करता है । ये परजीवी लीवर और रक्त कोशिकाओं को संक्रमित कर के रोगी को बीमार करता है। समय पर इलाज न होने की स्थिति में यह बीमारी जानलेवा हो सकता है । इसमे तेज बुखार पसीना आना सर में दर्द और उल्टी आना इस रोग के लक्षण है अपने आसपास गंदगी और पानी न पनपने दें। क्योंकि इससे मच्छर पनपने का डर रहता है। मलेरिया एक वाहक जनित रोग है जो प्लाजमोडीयम नामक परजीवी द्वारा फैलता है । हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा-hindusthansamachar.in

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