सुलतानपुर की रूपाली सिंह ने रूस से  हासिल की 'डाक्टर ऑफ मेडिसिन’ की उपाधि
सुलतानपुर की रूपाली सिंह ने रूस से हासिल की 'डाक्टर ऑफ मेडिसिन’ की उपाधि

सुलतानपुर की रूपाली सिंह ने रूस से हासिल की 'डाक्टर ऑफ मेडिसिन’ की उपाधि

- बाबा द्वितीय विश्व युद्ध के रहे योद्धा - परिवार तीन पीढ़ियों से सेना में दे रहा है सेवा सुल्तानपुर, 17 जून (हि.स.)। जिले की बेटी ने रूस के प्रथम अन्तरिक्ष यात्री यूरी गागरिन के पैतृक शहर स्मोलेन्स में स्थित स्मोलेन्स स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से रूपाली सिंह ने चिकित्सा विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए ‘डाक्टर ऑफ मेडिसिन’ की उपाधि प्राप्त कर गौरवान्वित किया है। पिता डॉ. विजय प्रताप सिंह कमला नेहरू इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड टेक्नोलॉजी, सुलतानपुर में प्राचार्य है, जो डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या का एक प्रतिष्ठित महाविद्यालय है। माता श्रीमती पुष्पा सिंह केएनआईएमटी, सुलतानपुर में बी.एड. विभाग में प्राध्यापक हैं। डॉ बीपी सिंह ने बुधवार को हिन्दुस्थान समाचार से बताया कि बचपन से ही चिकित्सा विज्ञान और शूटिंग में बहुत रुचि है। परिवार तीन पीढ़ियों से सेना में अपनी सेवा देता रहा है। आज भी इनके एक भाई अजय प्रताप सिंह सेना में अपनी सेवा दे रहे हैं। बताया कि रूपाली की प्रारम्भ से लेकर माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा जिले के प्रतिष्ठित के.एन.आई.सी.ई. स्कूल से हुई है। इस शिक्षा के दौरान ये राज्य स्तर की पिस्टल शूटर भी रही हैं। चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा एवं शूटिंग जैसे खेल की प्रेरणा इनको अपने बाबा स्वर्गीय बद्री सिंह से मिली, जो कि द्वितीय विश्वयुद्ध योद्धा थे। भारतीय सैन्य सेवा से देश की चिकित्सा सेवा करना ही उद्देश्य उन्होंने बताया कि सैन्य सेवा की अपनी पारिवारिक परम्परा से अभिप्रेरित डा. रूपाली सिंह भी भारतीय सैन्य सेवा में जाकर देश की चिकित्सा सेवा करना अपना भावी उद्देश्य बताती हैं तथा कैप्टन मनोज पाण्डेय के राष्ट्रप्रेम और सर्वोच्च बलिदान को अपना आदर्श मानती है। चिकित्सा शास्त्र के अतिरिक्त उनकी सबसे पसंदीदा पुस्तकों में ‘हीरो ऑफ बटालिक- कैप्टन मनोज पाण्डेय’, कारगिल के परमवीर- कैप्टन विक्रम बत्रा, अन्टोल्ड स्टोरी ऑफ वार, चन्द्रशेखर आजाद व स्वामी विवेकानन्द की आत्मकथा तथा भगत सिंह की जेल डायरी है। स्मोलेन्स स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में चिकित्सा विज्ञान के उच्च अध्ययन ने डा. वीटा ‘प्रोफेसर- प्रसूति विज्ञान’ तथा मेडिसिन की प्रोफेसर डा. एलीना तसपोवा को अपना आदर्श गुरू मानती हैं और उनके चिकित्सा व्यवहार को अपने लिए प्रेरणादायी बताती है। डा. रूपाली सिंह की इस उपलब्धि पर कमला नेहरू संस्थान के प्रबन्धक श्री विनोद सिंह ‘पूर्व मंत्री- उत्तर प्रदेश सरकार’ ने अपनी शुभकामना देते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन निःस्वार्थ भाव से करते रहने का आशीर्वाद प्रदान कर उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना की है। संस्थान के बर्सर अनिल कुमार सिंह, कार्यालय अधीक्षक अनिल सिंह, विधि विभाग की डॉ.वन्दना सिंह तथा उनके शुभचिन्तक अभिषेक पाण्डेय ने अपनी शुभकामनाऐं दी है। हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर/राजेश-hindusthansamachar.in

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