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रायपुर : एनएसयूआई ने क‍िया राजभवन का घेराव, 5 मांगों को लेकर सौपा ज्ञापन

रायपुर, 04 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने गुरुवार को विद्यार्थियों और किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से राजभवन तक छात्र-किसान अधिकार मार्च निकाला। राजभवन में राज्यपाल अनुसूईया उइके से मिलने की अनुमति नहीं मिली तो प्रदर्शनकारी साक्षरता चौक स्थित राजभवन के बाहरी दरवाजे के बाहर बैठ गये। वहां उन्होंने सभा कर केंद्र सरकार की नीतियों की आलाेचना व जमकर नारेबाजी की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है तभी से देखा जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार यहां के विद्यार्थियों, किसानों और आम लोगों के साथ दोहरा चरित्र अपना रही है। आज हम अपनी 5 मांगों को लेकर राजभवन आए हैं। नीरज कुंदन ने कहा कि अगर यह मांगे पूरी नहीं हुईं तो हम इस आंदोलन को दिल्ली ले जाएंगे। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा कि उन लोगों ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। लेकिन वहां से अनुमति नहीं मिली। उसके बाद हम लोगों ने राजभवन का घेराव किया है। उन्होंने कहा कि राजभवन से आए अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी पांच मांगे राज्यपाल तक पहुंचाई गई हैं। एनएसयूआई द्वारा अमरकंटक आदिवासी विश्वविद्यालय का छत्तीसगढ़ में कैंपस खोला जाए, छत्तीसगढ़ में सीबीएससी एवं यूजीसी का स्थानीय कार्यालय शुरू किया जाए, तीन काले कृषि कानून को वापस लिया जाए, छत्तीसगढ़ में संभागवार नए सैनिक स्कूल की स्थापना की जाए, छत्तीसगढ़ में नए केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करने की मांग की गई है। छात्र-किसान अधिकार मार्च में संसदीय सचिव और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव निखिल द्विवेदी, प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव विशाल चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला, कोमल अग्रवाल, राकेश पांडे, महासचिव नीरज पांडे, आदित्य भगत, प्रतीक सिंह, प्रदेश सचिव हनी बग्गा, हेमंत पाल, अरुणेश मिश्रा और अख्तर अली आदि शामिल हुए। हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रनारायण शुक्ल-hindusthansamachar.in

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